रुड़की- रुड़की और आसपास के क्षेत्र में अवैध शराब माफिया काफी लंबे समय में सक्रिय है लेकिन न तो आबकारी विभाग और पुलिस इन लोगों के खिलाफ कोई भी बड़ी कार्यवाही कर पाते है. क्योंकि कुछ शराब माफियाओं के पीछे सफेदपोशों का बड़ा हाथ रहता है.
वही कुछ अवैध शराब माफियाओं के आबकारी विभाग के कर्मचारियों या अधिकारीयों से सीधे संबंध होते है, जिनके चलते इनके इस तरह के गोरखधंधे दिन दोगुने और रात चार गुनी तरक्की कर रहे है. साथ ही अवैध शराब कारोबारी इस कमाई से अपना और अपने धंधे से जुड़े अपने आकाओं का पूरा पालन पोषण करते है.
वहीं आज रुड़की आबकारी विभाग ने नारसन के टिकोला गाँव मे अवैध शराब कारोबारी देवेंद्र नामक व्यकि के घर से 290 बोतल अंग्रेजी शराब की और 326 पव्वे अंग्रेजी शराब जोकि अरुणाचल प्रदेश से लाई गई थी और रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में अवैध शराब बिकनी थी.
आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर नरेन्द्र नेगी का कहना है कि उन्होंने मुखबिर की सूचना पर एक टीम का गठन कर टिकोला गांव में छापेमारी की औऱ इस कार्यवाही को अंजाम दिया.
ऐसा नही है कि आबकारी विभाग किसी भी अवैध शराब कारोबारीयो के खिलाफ कोई अभियान नहीं चलाता या कोई कानूनी कार्यवाही नहीं करता कभी-कभी आबकारी विभाग अपनी पीठ थपथपवाने के लिए इक्का-दुक्का कारवाही करता है. इसी के चलते दो चार महीनों में विभाग अवैध शराब कारोबारियो को पकड़ कर उनके खिलाफ कार्यवाही भी करते है. जिसका कारण होता है कि समाज या विभाग के आला अधिकारियों को लगता है हमारा आबकारी विभाग भी काम करता है.