नई दिल्ली: पुलिस और वकीलों की लड़ाई का फायदा अपराधियों को मिल रहा है। दिल्ली में पिछले दो दिनों में गिरफ्तारी काफी कम हुई है। अदालत में पेशी नहीं होने के कारण पुलिस केसों में वांटेड अपराधियों को पकड़ने से बच रही है। कोई बड़ा मामला है तभी अपराधियों पर हाथ डाला जा रहा है। ये पेशी भी अदालत में न होकर ड्यूटी मजिस्ट्रेट के घर पर हो रही है।
दरअसल, अदालत में वकीलों ने हड़ताल कर दी है और वे किसी को अंदर नहीं घुसने दे रहे हैं। यही वजह है कि पुलिस छोटे मोटे मामलों में अपराधियों को पकड़ने से बच रही है। अगर पुलिस किसी अपराधी को पकड़ती है, तो उसे 24 घंटे के भीतर मजिस्ट्रेट के सामने पेश करना पड़ता है। बता दें कि दिल्ली की जिला अदालतों में सोमवार से लेकर अभी तक पुलिस को घुसने नहीं दिया जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पिछले तीन दिन से जो हालात बन रहे हैं, उनमें केवल बड़े मामलों में ही गिरफ्तारी की जा रही है। जिन मामलों की तफतीश चल रही है, उनमें अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा। इसी तरह अपराध की छोटी घटनाएं जैसे स्नेचिंग, मारपीट, चोरी, आर्थिक अपराध, साइबर क्राइम और घरेलू हिंसा आदि मामलों में पुलिस गिरफ्तारी की ओर नहीं जा रही। यहां तक कि स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच भी छोटे अपराधियों पर अपना ज्यादा ध्यान नहीं दे रही है।