उधम सिंह नगर : क्षेत्र में धान फसल की उत्पादकता मापने के लिए कराई जाने वाली क्रॉप कटिंग में अब कागजी आंकड़ेबाजी नहीं चलेगी। राजस्व कर्मियों को तहसील क्षेत्र में खेतों पर जाकर फसल की क्रॉप कटिंग करानी होगी और इसका सैटेलाइट के माध्यम से ऑनलाइन डाटा अपलोड करना होगा तथा क्रॉप कटिंग की फोटो भी भेजनी होगी। शासन ने राजस्वकर्मियों को मोबाइल फोन पर इसके लिए मोबाईल एप उपलब्ध कराया है। देश के सभी क्षेत्रों का फसल चक्र, प्रमुख उपज, उत्पादकता व भौगोलिक और आर्थिक स्थिति का आकलन करने के बाद ही सरकार द्वारा कृषि नीति बनाई जाती है। इसमें सबसे अहम भूमिका क्रॉप कटिंग की होती है।
तहसील किच्छा के अंतर्गत पड़ने वाले ग्राम किशनपुर में शुक्रवार को धान फसल की क्रॉप कटिंग शुरू की गई। धान की फसल पर किए जा रहे क्रॉप कटिंग प्रयोग का निरीक्षण किया। इस दौरान अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चौहान ने खेतों का नक्शा, खसरा, रजिस्टर, भू-अभिलेखों की जांच करते हुए काश्तकारों से बोये हुए धान के बीज के बारे में गहन जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंने गांव में किसानों व कृषि से संबंधित समस्याओं को भी सुना। चुनौतियों के समाधान के लिए आवश्यक परामर्श देने के साथ समाधान के लिए आवश्यक सुझाव भी लिए गए तथा समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। क्रॉप कटिंग के दौरान मौके पर अपर जिलाधिकारी के अतिरिक्त जिला सांख्यिकी अधिकारी पूरन चन्द्र, राजस्व निरीक्षक परमेश्वरी लाल ,राजस्व उपनिरीक्षक खुशाल सिंह ,संजय आदि मौजूद रहे।