हरिद्वार : आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव लंब समय से साथ में काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहे हैं। इस बीच एक ऐसी खबर आई, जिसने सबको चैंका दिया। अचानक लिए गए इस फैसले को लेकर सभी हैरान रह गए। लेकिन, आचार्य बालकृष्ण ने साफ कर दिया कि इसको लेकर कुछ भी सोचने की जरूरत नहीं है। यह उनका फैसला है और कंपनी की बेहतरी के लिए लिया गया है।
दरअसल, पतंजलि योगपीठ समूह की कंपनी रुचि सोया के प्रबंध निदेशक पद से महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह यह पद योग गुरु बाबा रामदेव के भाई राम भरत को दिया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि आचार्य बालकृष्ण पूर्व की भांति रुचि सोया बोर्ड के अध्यक्ष बने रहेंगे, पर कंपनी के संचालन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण निर्णय लेने का अधिकार प्रबंध निदेशक को रहेगा।
आचार्य बालकृष्ण का कहना है की समय ना निकाल पाने के कारण यह कदम उठाया गया है। पतंजलि के अन्य प्रकल्पों को समय देने के कारण वह रुचि सोया को अपेक्षित समय नहीं दे पा रहे थे, जिसका सीधा असर कंपनी के कामकाज पर पड़ रहा था। जिसके चलते पतंजलि प्रबंधन ने आपसी विचार-विमर्श के बाद यह तय किया।