हल्द्वानी : नए साल के आगमन पर पूरी पुलिस फोर्स रातभर मुस्तैद थी…इसी बीच रात सीपीयू दारोगा से बिना मतलब उलझना एबीवीपी के तीन कार्यकर्ताओं को महंगा पड़ गया। सीपीयू रात में बिना हेलमेट व शराब पीकर वाहन चला रहे बाइकर्स की चेकिंग कर रही थी। एक बाइक चालक की पैरवी को उतरे एबीवीपी कार्यकर्ताओं व दारोगा के बीच विवाद इतना बढ़ा कि रविवार देर रात तक कोतवाली में हंगामे व सुलह की कोशिश चलती रही। सत्ता पक्ष से जुड़ा मामला होने के चलते पुलिस ने तीनों युवकों का शांतिभंग में चालान किया।
नए साल पर विशेष सुरक्षा इंतजामों के तहत पुलिस एवं सीपीयू शहर की प्रमुख सड़कों व चौराहों पर गश्ती पर थी। करीब 10 बजे कालाढूंगी रोड पर सीपीयू दारोगा ललित रावल ने एक बाइक सवार को रोका। ढोल लेकर जा रहे इस चालक के पास न हेलमेट था और न कागजात। बाइक चालक सीपीयू से छोड़ देने की गुहार लगाता रहा। तभी वहां से कार से गुजर रहे दोनहरिया निवासी हेमंत सिंह व विनोद कुमार तथा नवाबी रोड निवासी चंद्रशेखर ने दारोगा से 100 रुपये लेकर बाइक चालक को जाने देने के लिए कह दिया।
दारोगा के इन्कार पर तीनों उलझने लगे और एक-दूसरे से धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। विवाद बढ़ा तो एबीवीपी से जुड़े इन युवकों ने साथियों को भी फोन कर बुला लिया। जबकि दारोगा रावल ने कंट्रोल रूम फोन किया तो कोतवाल केआर पांडे, सीपीयू प्रभारी सहित भारी फोर्स मौके पर पहुंच गया। पुलिस तीनों को कोतवाली ले आई। सत्ता पक्ष से जुड़ा संगठन होने के कारण पुलिस सीधी सख्ती से तो बचती रही, लेकिन दारोगा रावल भी पीछे नहीं हटे। कोतवाली में देर रात तक इस मामले को लेकर हंगामा जारी रहा। बाद में पुलिस ने तीनों युवकों को शांति भंग में निरुद्ध कर लिया।