शनिवार सुबह से ही उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने कहर बरपा दिया है। राजधानी देहरादून में भी भारी बारिश के चलते जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। वही चमोली में बीते गुरुवार से लगी लगातार बारिश होने से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बदरीनाथ हाईवे पर कंचनगंगा में बोल्डर और मलबा आने से अवरुद्ध पड़ा है। लामबगड़ में बदरीनाथ हाईवे तो खुला है पर यहां चट्टान से छिटक रहे पत्थरो से खतरा बना हुआ है। चमोली जनपद में 44 संपर्क मार्ग में मलबा आने से बंद पड़े हैं। अलकनंदा, पिंडर, नंदाकिनी, विष्णुगाड़, बिरही गंगा का जल स्तर बढ़ने से खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने नदी-नालों के किनारे निवास करने वाले ग्रामीणों को भारी बारिश होने पर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की अपील की है। बदरीनाथ हाइवे के अवरुध होने से करीब चार सो यात्रियों को जोशीमठ, बदरीनाथ और पांडुकेश्वर में रोका गया है। वही रुड़की में भी भारी बारिश ने कहर बरपा दिया है। वही लगातार कई घंटों से जारी बारिश के कहर में दो लोगों की गढ़वाल और दो की कुमाऊं में मौत की खबरे है। लगातार हो रही मसूलाधार बारिश से गंगा, यमुना समेत कई नदियां उफान पर है, पहाड़ों पर नदियों के उफनाने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए है। ऋषिकेश-हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान पर बह रही है। खतरे के निशान को देखते हुए प्रशासन की तरफ से नदी किनारे बसे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया है