हल्द्वानी : उत्तराखंड आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता समित टिक्कू ने कहा कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को 3 जनवरी को आमंत्रित किया है कि वह राज्य के विकास के मुद्दों पर उनसे सीधी बात कर सकते हैं। पिछले दौरे में मनीष सिसोदिया ने कहा था कि वर्तमान सरकार इन 5 सालों में अपने 5 कामों को गिनाए इसके जवाब में मंत्री मदन कौशिक ने कहा था कि हम 100 काम गिनाएंगे, लिहाजा अब दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया उत्तराखंड आ रहे हैं कि उत्तराखंड के विकास के प्रति सीधे-सीधे आमने-सामने की बात हो सके लेकिन इस सरकार में जनता त्रस्त है मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक मस्त हैं उनको जनता के जन सरोकारों से कोई मतलब नहीं है।
बता दें कि दिल्ली के डिप्टी सीएम ने उत्तराखंड के सीएम और मंत्री मदन कौशिक को त्रिवेंद्र मॉडल औऱ केजरीवाल मॉडल पर खुली बहस करने का चैलेंज किया तो वहीं मदन कौशिक ने इस चैलेंज को स्वीकारा औऱ सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की थी। जिसके बाद सियासत और गर्मा गई है। अबह दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को पत्र लिखकर 4 जनवरी सुबह 11 बजे आईआरडीटी ऑडिटोरियम में ‘केजरीवाल मॉडल बनाम त्रिवेंद्र रावत मॉडल’ पर खुली बहस करने का निमंत्रण दिया है.
आगे मनीष सिसोदिया ने अपने पत्र में लिखा कि मैं दिल्ली के कार्यों पर चर्चा के लिए आपको 6 जनवरी को दिल्ली आने के लिए निमंत्रित करता हूं, मैं आपको केजरीवाल सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों, अस्पताल, बिजली, पानी, महिला सुरक्षा और ईमानदार राजनीति आदि के क्षेत्रों में हुए अभूतपूर्व कार्य को दिखाऊंगा. कहा कि उत्तराखंड के लोगों के लिए इससे अच्छा कुछ और नहीं हो सकता कि वे अपने वर्तमान और भावी नेताओं को स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी आदि मुद्दों पर खुली बहस करता देंखे. इसके आधार पर वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं. लिखा कि मेरे संज्ञान में यह बात सामने आई है कि बीजेपी की त्रिवेंद्र रावत सरकार ने पिछले 4 साल में उत्तराखंड के लोगों के लिए कोई उपयोगी काम नहीं किया है. लोग उनका परिचय ‘जीरो वर्क सीएम’ कह कर देते हैं.
आगे मनीष सिसोदिया ने लिखा कि मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई कि उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक खुली चर्चा के लिए राजी हैं. मैं त्रिवेंद्र रावत सरकार द्वारा उत्तराखंड के लोगों के हित में किए गए शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, रोजगार, महिला सुरक्षा आदि कार्य पर उनसे चर्चा के लिए तैयार हूं. सिसोदिया ने पत्र में कहा है कि मैंने केवल पांच काम गिनाए जाने की चुनौती थी, जिसके जवाब में मदन कौशिक ने मीडिया में बयान दिया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि वो अपनी सरकार के 100 काम गिनवा सकते हैं.