उत्तरकाशी– हुर्रि गांव में 86 परिवारों की नींद उड़ गई है और वजह है भारी बारिश और जमीन में फूटे पानी से गांव के चारों ओर भूस्खलन सक्रिय होना। जिलगांव व परगांव तोक में करीब 25 हेक्टेयर खेत खिसक कर नष्ट हो गए हैं। वहीं गांव में भूस्खलन से देवदार, पागंर, बुरांस आदि के पेड़ उखड़ने लगे हैं। खेती के उपर वाले हिस्से पर स्थिति यह है कि जंगल की जमीन खिसक रही है। ऊपर से भूस्खलन और नीचे भागीरथी के कटाव से भूधंसाव का सिलसिला तेज़ हो गया है। गंगनाणी गर्मकुंड के उपर भी गांव की जमीन में पानी फूटने से धंसाव तेज हो रहा है, जिसके चलते 86 परिवारों की नींद उड़ गई है। क्योंकि गांव के लोग खेती की कमाई पर ही निर्भर है, खेती से प्रति परिवार पांच से 15 क्विंटल तक राजमा, 8 से 12 क्विंटल रामदाना बेच कर घर चलाते हैं।
ऐसे में गांव वालों के लिए यही समस्या हो गई है, आगे कुआं और पीछे खाई, ऐसे में जाएं तो जाएं कहां?