किच्छा : गुरूनानक जी के 550वें प्रकाश उत्सव एवं कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर उधमसिंह नगर के किच्छा में बेहद ही सुंदर दृश्य देखने को मिला, यूं ही भारत को एकता-अखंडता का देश नहीं कहते. चाहे बात करलें अयोध्या मामले पर आए फैसले के दिन की या गुरुनानक के 550वें प्रकाश पर्व की. एक सुंदर दृश्य देखने को मिला जिसने राज्य को ही नहीं बल्कि पूरे देश को गदगद किया.
दरअसल उधमसिंह नगर के किच्छा में कीर्तन के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सिख समुदाय के लोगों को फल और खानपान की अन्य समग्री बांटी और एक दूसरे को गले लगाया. ये तस्वीरें बहुत कुछ बयां करती हैं. हिंदुस्तान में अक्सर बच्चे-बच्चे के मूंह से ये नारा हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई हम सब हैं भाई-भाई का स्लोगन सुना होगा. जो की इन तस्वीरों को देखकर साफ होता है कि सच में भारत में चारों धर्मों को समान रुप से देखा जाता है और सभी धर्म के लोग भी इसमे अहम भूमिका निभाते हैं. भारत में चारों धर्मों के लोग भाईचारे के साथ रहते हैं. बात चाहे कांवड़ के दिनों की करलो अक्सर अन्य धर्म के लोग हिंदू धर्म के लोगों की कांवड़ के दौरान सेवा करते हैं उन्हें रास्ते भर में पानी औऱ खाद्य सामग्री बांटते है जो कि आपसी प्यार-प्रेम और भाईचारा दर्शाता है.