रानीखेत : बीयर प्रकरण पर नया मोड़ आ गया है। दूसरे दिन छात्रा बयान से पलट गई। पुलिस को बताया कि उसे बीयर जबर्दस्ती नहीं पिलाई गई। बल्कि उसने अपनी मर्जी से पी। हालांकि चिकित्सालय से छुट्टी मिलने के बाद वह स्कूल भी नहीं गई। अलबत्ता खाकी अन्य बिंदुओं पर तफ्तीश जारी रखे है। इधर अवकाश से लौटे प्रधानाचार्य ने कमेटी गठित कर विद्यालयी स्तर पर जांच शुरू कर दी है।
नागरिक चिकित्सालय में भर्ती छात्रा ने बीते रोज तहसीलदार नीतेश डागर को कलमबंद बयान दर्ज कराए थे कि उसे साथी लड़कों ने जबर्दस्ती बीयर पिला दी। मामला सुर्खियों में आने के बाद छात्रा के पिता ने सायं चार लड़कों के खिलाफ तहरीर दी थी। महिला एसआई मैरी पीटर ने जांच शुरू की। इधर छात्रा ने गुरुवार को पुलिस को बयान दिया कि उसने अपनी मर्जी से बीयर पी। उसने किसी भी किस्म की जोर जबर्दस्ती से इन्कार करते हुए कहा कि उसे जबरन बीयर नहीं पिलाई गई।
प्रधानाचार्य ने की जांच के लिए कमेठी गठित
वहीं अवकाश से लौटे प्रधानाचार्य ने पढ़ाई की उम्र में नशे के मामले को गंभीर बताते हुए जांच कमेटी गठित कर दी है। ताकि खुलासा किया जा सके कि बीयर प्रकरण में विद्यालय के कौन-कौन छात्र शामिल रहे। बाहरी लड़के कौन थे। मकसद क्या था।
मंगलवार का मामला, 10वीं की छात्रा नशे की हालत में मिली
यह मामला मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे बाद का है। नगर के प्रतिष्ठित विद्यालय में 10वीं की छात्रा छुट्टी के बाद रोडवेज स्टेशन में नशे की हालत में मिली। परिचित छात्र व तीन अन्य लड़कों ने उसे बस स्टेशन के स्टेंड पर खाली पड़ी रोडवेज बस में बैठाया। एक के बाद दूसरी पांच बीयर पी गई। छात्रा को नशा ज्यादा होने पर हंगामे से हालात बने तो एक छात्र व उसके साथी मौके से फरार हो गए। स्कूल ड्रेस में लड़खड़ाती छात्रा को विद्यालय स्टाफ ने पहचाना। उसे स्कूल कैंपस में ले जाने के बाद पुलिस बुलाई गई।
पहले छात्रा ने जबर्दस्ती बीयर पिलाने की बात कही
शाम को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। बीते बुधवार को तहसीलदार नीतेश डागर ने छात्रा के बयान लिए। इसमें छात्रा ने जबर्दस्ती बीयर पिलाने की बात कही। शाम छात्रा के पिता ने कोतवाली में चार लड़कों के खिलाफ तहरीर दी। कार्रवाई की मांग पर प्रभारी कोतवाल एसएसआइ राजीव उप्रेती ने जांच महिला एसआइ मैरी पीटर को सौंपी। जांच शुरू। गुरुवार को छात्रा ने बयान बदले।
प्रधानाचार्य का कहना, बीयर लाने वाला लड़का हमारे कॉलेज का नहीं
वहीं विद्यालय के प्रधानाचार्य का कहना है कि छात्रा की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। वह कॉलेज भी नहीं आई। रिश्तेदार विद्यार्थी भी गुरुवार को अनुपस्थित रहे। जांच बैठा दी है। प्रकरण में शामिल एक छात्र से कड़ी पूछताछ की गई। जब तक छात्रा अपना पक्ष नहीं रखती तब तक विद्यालयी स्तर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई एक पक्षीय नहीं कर सकते। प्रथम दृष्टया पता लगा है कि बीयर लाने वाला लड़का हमारे कॉलेज का नहीं है। यह पूरा मामला कॉलेज कैंपस के बाहर का है।
प्रभारी कोतवाल राजीव उप्रेती ने बताया कि हमने छात्रा से पूछताछ की। उसने हमें बयान दिया कि उसे किसी ने जबर्दस्ती बीयर नहीं पिलाई। बताया कि वह घर वालों से डर गई थी। उसने अपनी मर्जी से बीयर पी ली। लड़की ने किसी भी किस्म की छेड़छाड़ से भी मना किया है। फिर भी हम विद्यार्थियों खासतौर पर छात्रा के बीयर पीने तथा अन्य बिंदुओं पर गहन जांच कर रहे हैं।
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