देहरादून : प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल के इस्तीफे की धमकी के बाद अब पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने लैटर बम फोड़ा है। एआईसीसी के उत्तराखण्ड प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह को लिखे पत्र में बिष्ट ने नाम लिये बगैर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह पर निशाना साधा है। इतना ही नहीं उन्होंने प्रीतम सिंह की ओर से जारी की गई संगठन की जिला इकाईयों की सूची की वैधता पर भी सवाल उठाए हैं।
एक-दूसरे से तकरार और आपसी मतभेद को लेकर नाराजगी जाहिर की
उत्तराखंड कांग्रेस कमेठी के उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने कांग्रेस के अंदर चल रही एक-दूसरे से तकरार और आपसी मतभेद को लेकर नाराजगी जाहिर की. कई कार्यक्रमों में कई दिग्गज नेताओं का न दिखना या यूं कहे की उनको बुलावा न देना, उनकी सीट खाली होना संगठन के अंदर चल रही बहुत बातें बयां करती है. जिसे कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने भांप लिया. औऱ उन्होने प्रेस वार्ता करते हुए इसकी कड़ी निंदा की.
जोत सिंह ने कहा कि कांग्रेस के अंदर अंदरूनी गुटबाजी बढ़ती जा रही है जिसकी भनक राहुल गांधी को भी लगी.
खबर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के कानों तक भी गई
प्रदेश कांग्रेस कमेठी के उपाध्यक्ष ने कहा कि सामूहिक स्तर पर फैसला लिए जाने की बजाय पार्टी में व्यक्तिगत स्तर पर फैसले लिए जा रहे हैं. बिष्ट ने कहा कि ये खबर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के कानों तक भी गई. जिसके बाद राहुल गांधी ने प्रदेश के चारों वरिष्ठ नेताओं को बुलाकर इस विषय पर बात की थी और दिशा निर्देश दिए थे. जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि पार्टी में न तो सामूहिक रुप से विचार-विमर्श करके फैसले लिए जा रहे हैं और न ही पुरानी परंपराओं का निर्वाहन किया जा रहा है.
आपसी सहमति का अभाव है औऱ साथ ही एक नए विवाद ने जन्म ले लिया है
आगे उपाध्यक्ष ने कहा कि तीन महीने बीत जाने के बाद भी समन्वय समिति गठित नहीं की गई लेकिन शहर औऱ जिलों कांग्रेस कमेठी के ऐसे अध्यक्षों की सूची तैयार कर दी गई है जिसमें आपसी सहमति का अभाव है औऱ साथ ही एक नए विवाद ने जन्म ले लिया है.
प्रीतम ने कुंजवाल से की बात
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मंगलवार को नाराज चल रहे विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल से फोन पर बात की। प्रीतम ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी नाराजगी जैसी कहीं कोई बात नहीं है। कुछ आपसी मसले हैं तो निपटा लिए जाएंगे।