झबरेड़ा: सामान की खरीददारी की रकम के लेनदेन को लेकर एक युवक ने अपने ही साथी की हत्या कर शव खेत में फेंक दिया। हत्यारोपित ने घटना को आत्महत्या का रुप देने का भी प्रयास किया, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सका। पुलिस ने चंद घंटों में ही आरोपित को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर लिया।
झबरेड़ा थाने में एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने प्रेस वार्ता में बताया कि शनिवार सुबह क्षेत्र के खड़खड़ी दयाला गांव में एक युवक का शव पॉपुलर के पेड़ से बंधा हुआ मिला। यह शव एक शर्ट से बांधा गया था। मृतक के हाथ पैर भी बांधे गए थे। शव के पास ही सब्जी और अन्य सामान बिखरा हुआ पड़ा था। पुलिस ने जेब से मिले वोटर कार्ड के आधार पर मृतक की शिनाख्त राजनारायण वर्मा (30) पुत्र गया प्रसाद वर्मा निवासी गिरधर सहाय पूर्वा, थाना लालगंज अजहरा, जिला प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश के रूप में की। एसपी देहात ने बताया कि मृतक मानकपुर गांव के समीप स्थित एक ईंट भट्ठे पर काम करता था।
रुपयों के लेनदेन के चलते विवाद हुआ, की गला दबाकर हत्या
शुक्रवार शाम वह अपने साथी मनोज निवासी ग्राम अजगरा रानीगंज, थाना लालगंज अजहरा, जिला प्रतापगढ़ के साथ गया था। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया।
आरोपित ने पूछताछ में बताया कि दोनों शुक्रवार को सामान लेने कस्बे में गए थे। उन्होंने खरीददारी की। रास्ते में उनकी सामान की पॉलीथिन फट गई। इसके बाद उन्होने शराब पी और मनोज ने अपनी कमीज में सामान बांध लिया। दोनों ही एक टयूबवेल पर नहाने के लिए रुके। इसी दौरान रुपयों के लेनदेन के चलते विवाद हो गया। जिस पर मनोज ने गला दबाकर राजनारायण की हत्या कर दी। इसे आत्महत्या दिखाने के लिए शव को कमीज की मदद से पॉपुलर के पेड़ पर टांगने का प्रयास किया। एसपी देहात ने बताया कि मनोज के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।
घटनास्थल ने चंद घंटों में खुलवा दिया कत्ल का राज
घटनास्थल ने चंद घंटों में ही हत्या के राज का पर्दाफाश करा दिया। जिस जगह राजनारायण का शव फेंका गया था, वहां पर संघर्ष के निशान साफ दिख रहे थे। आसपास की मिट्टी उखड़ी पड़ी थी। साथ ही मनोज की शर्ट के बटन भी वहां पर टूटे पड़े थे। मौके पर टूटा हुआ मोबाइल भी मिला। जिससे साफ हो गया कि राजनारायण की हत्या की गई है।
पुलिस ने जब इसी आधार पर मनोज से पूछताछ की तो उसने हत्या का राज पुलिस के सामने उगल दिया। राजनारायण की हत्या करने के बाद वह बुरी तरह से थक गया था। इसके बाद वह कई देर तक शव के बराबर में ही लेटा रहा। जब उसका नशा कुछ कम हुआ तो वह बुरी तरह से डर गया। इसके बाद उसने इसे आत्महत्या दिखाने का प्रयास किया था।