कहते हैं बच्चे भगवान का रुप होते हैं तो फिर एक मां एक पिता अपने मासूम बच्चे को जिसने दुनिया देखी भी नहीं थी उसके साथ ऐसा क्यों करते हैं। अक्सर देखा गया है कि कई नवजात बच्चे सड़क किनारे, झाडियों में पड़े मिले। कई नवजात ठंड में रोते बिलखते भी मिले जिसे देख लोगों का दिल पसीजा लेकिन उस मां का नहीं जिसने उसे जन्म दिया। ऐसा ही एक मामला अमेेठी जिले से सामने आया है जहां एक बैग में पांच महीने का बच्चा मिला। उसमे एक चिठ्टी और कुछ सामान भी मिला है। चिट्ठी में लिखा है कि बस पांच छह महीने इसे पाल लो पैसे भेजता रहूंगा।
बैग में से 5 हजार रुपये और अन्य जरूरी सामान निकला
बता दें कि अमेठी पुलिस ने एक पांच महीने के बच्चे को मुंशीगंज क्षेत्र के त्रिलोकपुर इलाके से एक बैग में बरामद किया। बैग से रोने की आवाज आने के बाद पीआरवी को इसकी सूचना दी गई थी। इसके अधार पर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो झोले के अंदर बच्चा मिला। दरअसल यूपी पुलिस की हेल्पलाइन 112 पर बुधवार को एक बच्चे के बैग में पड़े होने की सूचना मिली थी। सूचना पर यूपी पुलिस की टीम कोतवाली मुंशीगंज क्षेत्र के त्रिलोकपुर इलाके में रहने वाले आनन्द ओझा के आवास के पास पहुंची। मौके पर पहुंची टीम ने जब बैग खोला तो उसमें एक बच्चे के साथ कपड़े, जूते, 5 हजार रुपये और अन्य जरूरी सामान निकला। इन सब के साथ एक चिट्ठी भी मिली जो कि कथित रूप से बच्चे के पिता की ओर से लिखी गई है।
ये लिखा खत में
पिता ने खत में लिखा कि यह मेरा बेटा है, इसे मैं आपके पास छह-सात महीने के लिए छोड़ रहा हूं। हमने आपके बारे में बहुत अच्छा सुना है, इसलिए मैं अपना बच्चा आपके पास रख रहा हूं। लिखा कि मैं 5000 महीने के हिसाब से आपको पैसे भेजता रहूंगा। आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि कृपया इस बच्चे को संभाल लें। मेरी कुछ मजबूरी है और इस बच्चे की मां नहीं है। मेरी फैमिली में इसके लिए खतरा है, इसलिए 6-7 महीने तक आप इसे अपने पास रख लीजिए। सब कुछ सही करके मैं आपसे मिलकर अपने बच्चे को ले जाउंगा। आपको और पैसे की जरूरत होगी तो बता दीजिएगा