उत्तर प्रदेश के चंदौली से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जी हां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के गृहक्षेत्र चंदौली निवासी एक 23 साल के युवक जो की आईएसआई का एजेंट है, को गिरफ्तार किया है जो की 2019 से पाकिस्तान को देश की अहम जानकारियां भेजता था। यूपी पुलिस की एंटी टेटर स्क्वाड ATS ने जाजूसी के आरोपी 23 साल के मोहम्मद राशिद को 19 जनवरी को गिरफ्तार किया है।
मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंसी को मिली थी जानकारी
दरअसल जुलाई 2019 में मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंसी को मोहम्मद राशिद के आईएसआई का एंजेट होने की जानकारी मिली. जानकारी मिली थी कि वो पाकिस्तानी इंटेलिजेंस एजेंसियों को व्हाटसप की मदद से कई अहम जानकारियां भेज रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मिलिट्री इंटेलिजेंस को यह इनपुट मिलने के बाद से ही सेंट्रल एजेंसियों की मदद से कई महीनों से इस पर काम किया जा रहा था जिसके बाद उसे 19 जनवरी को गिरफ्तार किया।
बता दें कि इसके पहले कई हफ्तों के सैन्य परीक्षण, फिजिकल सर्विलांस और प्राथमिक तौर पर संदिग्धों से पूछताछ के बाद यह सामने आया कि मोहम्मद राशिद वह शख्स था जो पाकिस्तान को जानकारियां भेज रहा था। उसे 16 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। शुरूआती पूछताछ और उसके मोबाइल की जांच से ही आरोपी के पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी से जुड़े होने के सबूत मिल। इसके बाद उसे 19 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया गया।
कराची की रिश्तेदार के प्यार में पड़ गया था
आरोपी अब्दुल राशिद ने पूछताछ में बचाया कि वो नाना और मामा के साथ वाराणसी के चंदौली में रहता है क्योंकि उसके मां बाप का तलाक हो गया था। 8वीं तक पढ़ाई के बाद वह टेलर की दुकान और मेडिकल स्टोर पर काम किया। इसके बाद उसने फ्लेक्स साइनबोर्ड को लगाना शुरू किया। राशिद के रिश्तेदार कराची में भी रहते हैं और वह दो बार 2017 और 2018-19 में वहां शादियों में शामिल होने गया था। वह अपनी चाची हसीना, उसके पति सागिर अहमद और उसके बेटे शाजेब के साथ ओरंगी टाउन में रहता था। उसने बताया कि इस दौरान वह अपनी एक कजिन के प्यार में पड़ गया था।
पाकिस्तान की दूसरी विजिट के दौरान शाजेब ने उसे पाकिस्तानी मिलिट्री इंटेलिजेंस और ISI के दो लोगों आशिम और अहमद से मिलाया था। उन दोनों ने राशिद को WhatApp पर भारतीय फोन नंबर्स उपलब्ध कराने और आर्मी यूनिट्स के मूवमेंट और डिप्लॉयमेंट की जानकारी देने को कहा था।
राशिद को इसी तरह की जानकारियां भारत के संवेदनशील स्थानों और प्रदर्शनों और रैलियों की देने को कहा गया था। इसके बाद राशिद इसके लिए तैयार हो गया था और उन दोनों हैंडलर्स से कराची में रहने वाले चाचा-चाची द्वारा लगातार चेतावनी देने के बाजवूद भी लगातार संपर्क में था।