उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है. बारिश के कारण उत्तराकाशी में लोगों की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो रखी है. उत्तरकाशी में बादल फटने औऱ आधा दर्जन से अधिक लोगों के मरने की सूचना है. त्यूणी में हालात बुरे हैं नदी उफान पर है. बड़कोट-यमनोत्री हाईवे बंद है और कई रास्तों का सम्पर्क टूट चुका है. अभी भी बारिश की चेतावनी जारी की गई.
वहीं खबर है कि रामनगर-गैरसैंण जा रही बस उफनते पानी के बीच पलट गई लेकिन गनीमत रही किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. सब कुछ ठीक है. लेकिन ऐसे खतरे के बीच रिस्क लेना सही नहीं है. लोगों को, वाहन चालकों से निवेदन है कि ऐसे हालातों को देखते हुए सतर्क रहें अपनी जिंदगी खतरे में न डालें.
रामनगर
रामनगर से गैरसैण जा रही एक बस उफनाते गधेरे में बह गई। पानी का बहाव इतना तेज था कि सवारियों से भरी बस को बहा ले गया। मौके पर यात्रियों की चीख-पुकार मच गई। सूचना पुलिस को दी गई। बताया जा रहा है कि रेस्क्यू कर सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। बस का चालक लापता बताया जा रहा है। उधर, लगातार हो रही बारिश से पहाड़ के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों में भी जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
सुबह से ही तेज बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा, कोसी नदी के जल स्तर पर वृद्धि देखी गई, कोसी नदी की बाढ़ में दो गाय बह गई, कोसी बैराज से 30000 क्यूसिक पानी छोड़ा गया, भारी वर्षा के चलते सभी पहाड़ी नाले उफान पर है, भरतपुरी में पहाड़ी नाली क्षेत्र में मलवा गया और कई स्थानों में जलभराव भी देखा गया है, दाबका नदी भी उफान पर है।