हरिद्वार: कांवड़ मेला शुरू हो चूका है, लेकिन अब तक कांवड़ पटरी की मरम्मत का काम ही शुरू नहीं हो पाया है। कांवड़ पटरी ठीक नहीं होने से पैदल कांवड़ियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। कांवड़ मेला 16 जुलाई से विधिवत शुरू हो चुका है, जिला प्रशासन की ओर से पैदल कांवड़ लेकर लौटने वाले शिव भक्तों को कांवड़ पटरी मार्ग से अपनी मंजिलों की ओर रवाना किया जाता है।
कांवड़ पटरी इन दिनों बेहद बुरी हालत में है, कई जगहों पर गड्ढे बने हुए हैं। पटरी पर झाड़ियां उग आई हैं। रूल ऑफ लॉ जस्टिस सोसाइटी के सचिव अरविन्द श्रीवास्तव का कहना है की हर वर्ष कांवड़ पटरी के गड्ढे भरे जाने का काम किया जाता है, लेकिन मिट्टी और रेत से भरे गए गड्ढे कांवड़ मेला शुरू होने से पहले ही दोबारा हो जाते हैं। इस बार जिलाधिकारी दीपेन्द्र चैधरी ने कहा था कि कांवड़ पटरी के गड्ढों को डामर से भरा जाएगा। लेकिन, वो हवाई बातें करने के बाद फिरसे कावंड पटरी की ओर लौटकर गए ही नहीं।
हालत इस कदर बेकार हैं की नंगे पैर चलने वाले कांवड़ियों को चलने में दिक्ततों का सामना करना पड़ रहा है। सुलभ सोचालयों की व्यवस्था नहीं होने के कारण गंगा किनारों को ही शौचालय बनाकर रख दिया गया। कावंड़ियों को मजबूरन गंवा के किनारों पर ही शौच करना पड़ रहा है। कांवड़िये भी व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर चुके हैं।