हल्द्वानी: हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है। एमबीबीएस तीसरे वर्ष के छात्रों ने एमबीबीएस दूसरे साल के छात्रों की रैगिंग करने के बाद पिटाई कर दी। एक छात्र को इतना तेज थप्पड़ जड़ा कि उसके कान का पर्दा तक फट गया। दूसरे वर्ष के छात्रों मामले की शिकायत प्रधानाचार्य से की है। सवाल यह उठता है कि काॅलेज में रैगिंग पर रोक के लिए कमेटी का गठन किया गया है। बावजूद इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं।
बताया जा रहा है कि गुरुवार को तृतीय वर्ष और द्वितीय वर्ष के छात्रों में रैगिंग को लेकर विवाद हुआ था। देर शाम तृतीय वर्ष के छात्रों ने द्वितीय वर्ष के छात्रों के साथ मारपीट कर दी। द्वितीय वर्ष के छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रथम वर्ष से ही वरिष्ठ छात्र उनको परेशान कर रहे हैं। उनके पैर के तलवों पर डंडे मारे जाते हैं। इससे वो खासे परेशान हैं।
द्वितीय वर्ष के छात्रों ने मेडिकल चैकी में शिकायत की, लेकिन चैकी में मौजूद पुलिस कर्मियों ने मामले की शिकायत प्राचार्य से करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। रैगिंग से पीड़ित छात्रों ने देर शाम प्राचार्य कार्यालय में डेरा डाल दिया और पांच वरिष्ठ छात्रों पर रैगिंग और मारपीट करने का आरोप लगाया है। प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्रों ने पांच छात्रों के खिलाफ लिखित शिकायत की है। सीनियर छात्रों पर रैगिंग और मारपीट का आरोप लगाया है। द्वितीय वर्ष के एक छात्र के कान का पर्दा भी फट गया है।