देहरादून : चारधाम यात्रा सीजन की शुुरुआत होने के बाद अब तक लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए उत्तराखंड आ चुके हैं. देशभर में गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है. खासकर राजस्थान, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, पंजाब में आग धधक रही है वहीं इस गर्मी से राहत पाने के लिए लोग उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं.
पूरा उत्तराखंड वाहनों के जाम से ढक गया है
बीेते दिनों में इतने लोगों ने उत्तराखंड में दस्तक दी है कि पूरा उत्तराखंड वाहनों के लगे जाम से ढक गया है. पर्यटक परेशान हैं कुछ लोग वापस निराश लौट गए हैं. कुछ लोगों की पुलिस से झड़प हुई. जाम खुलवाने में पुलिस के भी पसीने छूट रहे हैं. एक तो गर्मी ऊपर से दिन भर ड्यूटी में तैनाती साथ ही लोगों से नोकझोंक का सामना पुलिस का करना पड़ रहा है. पेट्रोल की कमी हो चली है….बस में चढ़ने के लिए लोगों के बीच मारामारी जारी है लोग जान जोखिम में डालकर बसों में चढ़ रहे हैं. एटीएम मे केश खत्म हो चला है ऐसे में बाहर से आए पर्यटकों के मन में उत्तराखंड के लिए सरकार के लिए क्या बातें आ रही होगी ये आप भी जानते हैं औऱ हम भी. सबसे ज्यादा बुरा हाल नैनीताल, मसूरी , हरिद्वार और कुमाऊं जिलों का है.
अब बड़ा सवाल ये है कि इन सबका जिम्मेदार कौन है?
जी हां अब बड़ा सवाल ये है कि इसका जिम्मेदार कौन है…एटीएम में कैश खत्म होने का जिम्मेदार कौन है…बस की कमी का जिम्मेदार कौन है…पेट्रोल की कमी औऱ लोगों की परेशानी का जिम्मेदार कौन है? होटल के कमरे फुल हो गए हैं जिससे लोगों को सड़क पर खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा है.
विभागों में बैठे अधिकारी ले रहे मोटी तनख्वाह, खा रहे एसी की हवा
राज्य सरकार चलाती है और राज्य चलाने के लिए कई अधिकारी-कर्मचारी रखें जाते हैं जो हर समस्याओं को अवगत कराते हैं और उसका निपटारा करते हैं. कोई त्यौहार हो या नए साल का जश्न की तैयारी उसे एक दो दिन पहले हर तैयारियां की जाती है फिर चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन से पहले अधिकारियों द्वारा तैयारी पुख्ता क्यों नहीं की गई. विभागों में बैठे अधिकारी मोटी तनख्वाह ले रहे हैं और कुर्सी में बैठे एसी की ठंडी हवा खा रहे हैं लेकिन काम पर ध्यान नहीं दे रहे उनकी लापरवाही से पर्यटकों की नजाने कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है औऱ न जाने कितनी परेशानी उठानी पड़ेगी.
लेकिन उन लोगों का क्या जिनसे सरकार आस लगाए बैठी है
चारधाम में सरकार को आशंका होती है कि इस साल रिकॉर्ड तौर श्रद्धालु और घूमने पर्यटक आएंगे ताकि इससे राज्य के कई लोगों को रोजगार मिलेगा और राज्य की आर्थिक स्थिति ठीक होगी लेकिन उन लोगों का क्या जिनसे सरकार आस लगाए बैठी है. पर्यटक मायूस होकर नैनीताल से वापस लौट गए हैं. नैनीताल में रिकॉर्ड तोड़ वाहनों की भीड़ होने के काऱण उनकी इंट्री बंद कर दी है. पेट्रोल की कमी हो गई है.
इस बार रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु चारधाम में आए.-सीएम
हालांकि इस पर सीएम त्रिवेंद्र रावत का कहना है कि इस बार रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु चारधाम में आए. औऱ साथ ही ईद के त्यौहार के कारण अधिकतर ट्रक चालक छुट्टी पर चले गए थे जिस कारण पेट्रोल की समस्या हुई जिसका की निवारण हो गया है. अब ऐसी कोई परेशानी नहीं होगी.
ताकि फिर लोग अधिक से अधिक उत्तराखंड पधारें
बहरहाल राज्य की आर्थिक स्थिति ठीक करने औऱ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सबसे पहले सरकार और विभागों के अधिकारियों को जागना होगा ताकि लोगों को अगली बार से ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े. और लोग अधिक से अधिक फिर उत्तराखंड पधारें. परिवहन विभाग, पर्यटन विभाग सहित कई विभागों को सजग होने की जरुरत है