पौड़ी लोकसभा सीट को लेकर काफी चर्चाएं हुई। इस सीट पर एक तरह दिग्गज नेता पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी के बेटे मनीष खंडूड़ी कांग्रेस से मैदान में थे, तो दूसरी और भाजपा से बीसी खंडूड़ी के बड़े बेटे कहे जाने वाले उनके शिष्य तीरथ सिंह रावत मैदान में थे। पौड़ी लोकसभा सीट भाजपा की सीट मानी जाती है, चेहरा चाहे कोई भी हो। एक बार फिर से इस सीट भाजपा भारी पड़ी और पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी के शिष्य तीरथ सिंह रावत ने उनके बेटे मनीष खंडूड़ी को मात देकर संसद का रास्ता तय किया। और मनीष खंजूरी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा.
कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी का बयान
वहीं पौड़ी सीट पर मनीष खंडूरी की हार पर कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी ने कहा कि पौड़ी सीट के लिए कांग्रेस का प्रत्याशी का चयन ही गलत साबित हुआ। उन्होंने कहा कि मनीष खंडूरी अपने पिता को लेकर जनसभा में नहीं पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता लेते समय राहुल गांधी के समक्ष कहा था कि प्रचार में उनके पिता भुवन चंद खंडूरी आएंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव में पार्टी ने पुराने दिग्गजों को तरजीह नहीं दी। इसका नतीजा सामने है। कहा कि पौड़ी सीट से गणेश गोदियाल, राजेंद्र भंडारी और सुरेंद्र सिंह नेगी में से किसी को भी यदि टिकट दिया जाता तो स्थिति कुछ और होती।