देहरादून: लोकसभा चुनाव के नतीजे कई मायनों में खास हैं। उत्तराखंड के लिहाज से देखें तो एक बार फिर से त्रिवेंद्र और नरेंद्र का जादू चला। प्रदेश की पांचों सीटों पर भाजपा की जीत लगभग तय है। कुछ देर में आधिकारिक नतीजे भी सामने आ जाएंगे, लेकिन नतीजों से पहले ही प्रदेशर में जश्न शुरू हो गया है। भाजपा के सभी पांचों प्रत्याशियों ने कांग्रेस पर एक लाख से अधिक वोटों की बढ़त बना ली है। कांग्रेस के लिए पिछली बार की तरह इस बार भी चुनाव नतीजे निराश करने वाले रहे।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से लेकर इस लोकसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम मोदी का भरोसा बनाए रखा। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार पीएम मोदी से मुलाकात करते रहे हैं, जिसका फायदा भाजपा को उत्तराखंड में मिला है। जहां पीएम मोदी लगातार उत्तराखंड आते रहे। वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी पीएम मोदी की उम्मीदों पर खरा उतरकर उनके और करीब हो गए। जिसके नतीजे चुनाव परिणामों में सामने आए हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य सरकार की योजनाओं के साथ ही केंद्र की योजनाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया। लगातार योजनाओं की निगरानी भी करते रहे। जनता से लगातार संवाद बनाए रखा। भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार कर भी उन्होंने जतना के दिलों मे जगह बनाई। भ्रष्टाचार को लेकर पीए मोदी और त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच समानता नजर आती है। पीएम मोदी ने त्रिवेंद्र सरकार की जीरो टाॅलरेंस नीति का अपने भाषणों में जिक्र भी किया। जनता ने भी केंद्र में नरेंद्र और उत्तराखंड त्रिवेंद्र पर भरोसा जताया। जिसका नतीजा सबके सामने है।