हरिद्वार: तीन लोगों को मारने के बाद अब हत्यारा हाथी सुधर गया है। तीन लोगों को मारने के बाद उसे लोग हत्यारा ही कहने लगे थे, लेकिन अब वो शांत हो गया है। वन विभाग ने लोगों को मारने पर उतारू हाथी को कई माह तक प्रशिक्षण देने के बाद सुधार लिया है। उसे सुधारने के लिए असम के चार महावतों ने पांच माह तक कड़ी मेहनत करने के बाद पालतू बना लिया। अब वो दूसरे जानवारों की सुरक्षा के लिए गश्त लगाएगा।
भेल इलाके में इस बिगड़ैल 16 साल के टस्कर का खौफ था। इसने भेल में ही तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। राजाजी टाइगर रिजर्व और हरिद्वार वन प्रभाग की टीम ने ट्रैंकुलाइज कर हाथी को टाइगर रिजर्व के मीठावाली कैंप में ले गए थे। स्वास्थ्य की जांच करने के बाद विशेषज्ञों की टीम ने उसके स्वभाव का पता लगाया। उसे प्रशिक्षित करने के लिए लकड़ी का बाड़ा बनाया गया। असम के चार महावतों ने करीब पांच माह तक उसको ट्रेनिंग दी। सफलता मिलने के बाद अब उसे मीठावाली कैंप से चीला रेंज लया गया है।
टस्कर को सुधारने के लिए हथिनियों ‘राधा’ और ‘रंगीली’ की भी मदद ली गई। मिशन अभिमन्यु के बाद उसका नाम अब ‘अभिमन्यु’ रख दिया गया था, लेकिन बाद में उसका नाम फिर बदलकर ‘राजा’ रख दिया गया। चीला रेंज के रेंजर अनिल पैन्यूली ने बताया कि बिगड़ैल हाथी को चीला रेंज में रखा गया है। अब यह पूरी तरह से पालतू हो गया है। वो गश्त करने के लिए भी तैयार है।