देहरादून: उत्तराखंड बीजेपी के दो विधायकों के बीच लंबे से चल रही जुबानी जंग फिलहाल कुछ थमी जरूर है, लेकिन पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। दोनों की जुबां से भले ही एक दूसरे के लिए मीठे बोल निकल रहे हों, लेकिन मन में कड़वाहट अभी बाकी है और शायद आगे भी बनी रहेगी। अब गेंद पार्टी के पाले में है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा था कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब देखना यह होगा के आठ मई को सुनवाई के बाद बीजेपी दोनों विधायकों के खिलाफ क्या एक्शन लेती है।
बीजेपी के अनुशासन की परीक्षा
खुद को अनुशासित पार्टी बताने वाली बीजेपी के विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल ने पिछले दिनों बीजेपी के अनुशासन का जमकर मखौल उड़ाया था। दोनों विधायक एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार नजर आ रहे थे। दोनों की जुबां पर एक-दूसरे के लिए गालियां थी। बावजूद इसके पार्टी मामले पर चुप्पी बनाए रही।
अलग-अलग होगी सुनवाई
मामले को लेकर राजनीति गर्माने के बाद बीजेपी ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी। कांग्रेस ने भी बीजेपी के विधायक देशराज कर्णवाल के खिलाफ राज्यपाल से जांच की मांग की थी। अब बीजेपी मुख्यालय से दोनों विधायकों को आठ मई को सुनवाई के लिए बुलाया गया है। चैंपियान को सुबह के वक्त बुलाया गया है, तो कर्णवाल को दोपहर के समय कार्यालय में आकर जवाब देने का फरमान सुनाया गया है।
क्या होगा बीजेपी का एक्शन
इस बात पर सबकी नजर बनी हुई है कि दोनों विधायक क्या बयान देते हैं। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से सुलह कराने के बाद हालांकि दोनों के सुर पहले ही बदल गए थे। लेकिन, जिस तरह से दोनों ने एक-दूसरे के लिए अपशब्द कहे थे, उससे लगता नहीं है कि उनके बीच की कड़वाहट समाप्त हुई होगी। बीजेपी अगर दोनों के खिलाफ कोई एक्शन लेती है, तो वह एक मिसाल होगी और अगर कुछ नहीं करती है, तो विरोधियों को उन पर सवाल उठाने का एक मौका हाथ लग जाएगा।