देहरादून : कुछ दिनों पहले हमने सीआरपीएफ जवान के लापता होने की खबर प्रकाशित की थी औऱ बीते दिन रविवार को जवान के मिलने की खबर प्रकाशित की थी…जिससे उत्तराखंड सहित देश के लोगों में जो उनके लिए दुआ कर रहे थे..खुशी की लहर उमड़ पड़ी थी…होली की छुट्टी पर घर आ रहा जवान अचानक रास्ते से लापता हो गया था औऱ उसे गुम हुए 12 दिन बीत गए थे तभी 12 दिन बाद जवान के कोलकत्ता में मिलने क खबर आई. जो की गंभीर हालत में मिला था और उसका इलाज अस्पताल में चल रहा था. वहीं खबर है कि सीआरपीएफ जवान जयेंद्र सिंह पुंडीर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है उनकी मौत हो गई है.जिससे लोग एक बार फिर गम में डूब गए हैं.
सीआरपीएफ जवान ने इलाज के दौरान तोड़ा दम
जी हां खबर है कि सीआरपीएफ जवान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. जिसके बाद दिल्ली रेंज के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी। सोमवार को ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर में मौजूद मुक्ति धाम में बड़े भाई रविंद्र सिंह पुंडीर ने शहीद को मुखाग्नि दी।
सीआरपीएफ में तैनात जवान जयेंद्र सिंह पुंडीर ऋषिकेश निवासी
बता दें कि त्रिपुरा में सीआरपीएफ में तैनात जवान जयेंद्र सिंह पुंडीर पुत्र विक्रम सिंह पुंडीर निवासी श्यामपुर मूल निवासी ग्राम सिलमोरी चंबा बीते 10 मार्च को होली की छुट्टी के लिए अपने साथियों के साथ चले थे। 11 मार्च को कलकत्ता तक साथ आने के बाद उनके साथी अलग चले गए। कलकत्ता पुलिस का शाम चार बजे उनके पिता के नंबर पर फोन आया। उन्होंने पिता की बात जयेंद्र से कराई। इसके बाद सवा चार बजे पिता ने जयेंद्र के नंबर पर फोन लगाया।
जवान हुआ जहरखुरानी का शिकार
मिली जानकारी के अनुसार जयेंद्र ने पिता से दिमाग काम न करने की बात कही और फोन कट गया। तभी से मोबाइल स्विच ऑफ जा रहा था। जिसके बाद खबर आई की वो जहरखुरानी का शिकार हो गए हैं. पिता विक्रम सिंह ने कलकत्ता जाकर गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। पुलिस भी उनकी तलाश में जुट गई थी। तीन दिन पहले परिजनों को पता चला था कि जयेंद्र सिंह पुंडीर कोलकाता के हावड़ा ब्रिज के समीप सीआरपीएफ के कैंप में चिकित्सकों की देखरेख में है.
वहीं इसके लिए जयेंद्र के माता पिता ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी लेकिन निराशा हाथ लगी…वहीं परिजनों से डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति से मदद की गुहार लगाई थी.