देहरादून : अपनी मांगों को लेकर कई सालों से संघर्ष करते आ रहे चमोली जिले के 12 गांवों ने सरकारको चेतावनी देते हुए लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की धमकी एक तरह से सरकार को दी है.क्योंकि आजादी के बाद से अभी तक इन सभी गांव के लोग सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत समस्याओं से वंछित है.
चमोली जिले के उत्तरी अलकनन्दा विकास संघ के बैनर तले दशोली एवं जोशीमठ के स्यूण, बेमरू, मठ-झडेता, डुमक कलगोट पल्ला-जखोला, किमाणा के एक दर्जन से अधिक गांवो के लोगों ने इसके लिए जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है। आपको बता दें इन गांवों के 5000 से अधिक की जनसंख्या रहती है।
मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे गांव वाले
ग्रामीणों का कहना है कि आजादी से लेकर आजतक तक वो मूलभूत समस्याओं सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं दूरसंचार के लिए आंदोलन करते आ रहे हैं लेकिन किसी भी सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगी. मांगों के लिये आन्दोलनरत हैं पर समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है।
जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने संघ के अध्यक्ष इन्द्र सिंह सनवाल के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 में मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। कहा है कि दोनों विकासखण्डों के दूरस्थ क्षेत्रों के ग्रामीणों को 20 से 25 किमी दूर पैदल चलकर अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आना पड़ता हैं। जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने कहा ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं से सम्बंधित पत्र दिया है। समस्याओं के पत्र को ले लिया गया है.