गौर हो की बीते दिनों सोशल मीडिया पर बागेश्वर से एक शादी का कार्ड वायरल हुआ था जिसमें शादी के कार्ड में भाजपा का चिह्न औऱ वोट देने की अपील की गई थी…जिसके बाद इस आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए दूल्हे पक्ष को नोटिस जारी किया गया है जबकि दूल्हे का कहना है कि उसे इस बारे में कुछ नहीं पता.
जी हां शादी के कार्ड पर आचार संहिता के दिन भाजपा का लोगो और वोट देने की अपील करने पर प्रशासन ने 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है और जवाब नहीं मिलने पर वर पक्ष पर आचार संहिता का उल्लंघन और लोक प्रतिनिधित्व एक्ट में भी केस दर्ज होने की चेतावनी दी गई है.
आपको बता दें बागेश्वर, गरुड़ विकास खंड के ग्राम जोशीखोला, मटेना निवासी जगदीश जोशी और देवकी जोशी के बेटे जीवन का विवाह 22 अप्रैल को है। जिसके लिए उन्होंने बेटे के शादी के कार्ड पर भाजपा के चुनाव चिह्न और भाजपा को वोट देने की अपील की गई है। जिसके बाद सहायक रिटर्निंग ऑफिसर ने दूल्हे के माता-पिता को आचार संहिता का उल्लंघन का नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही 24 घंटे के अंदर जवाब न देने पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम और ipc की अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
ये छपा शादी के कार्ड में
तोहफे मत लाना किंतु वर वधू को आशीर्वाद देने से पहले 11 अप्रैल को राष्ट्रहित में मोदी जी को वोट जरूर कर आना (नमो एप)। कार्ड में स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत का लोगो भी बना है।
अल्मोड़ा सीट से भाजपा उम्मीदवार को पड़ सकता है महंगा
मिली जानकारी के अनुसार जगदीश जोशी गौ सदन चलाते हैं. शादी के कार्ड में भाजपा का प्रचार करना दूल्हे के संग अल्मोड़ा सीट से भाजपा उम्मीदवार को भी महंगा पड़ सकता है। शादी के कार्ड छापने, भोजन, टेंट वगैरह आयोजनों का खर्च भाजपा उम्मीदवार के चुनावी खर्च में जोड़ा जाएगा। इस तरह 70 लाख में से शादी के खर्च घटाने के बाद बाकी रकम में ही चुनाव खर्च करना होगा।