हल्द्वानी : टमाटर की खेती के लिए मशहूर गौलापार के किसान अब टमाटर की खेती से धीरे-धीरे मुंह मोड़ रहे हैं। इस बार ज्यादा ठंड पड़ने और बारिश नहीं होने के चलते टमाटर की फसलों में झुलसा और काली टिक्की रोग लग गया है, जिससे किसानों के टमाटर खेत में ही बर्बाद होने शुरू हो गए हैं जिसके चलते किसानोंं के आगे संकट खड़ा हो गया है।
किसानों का कहना है कि उनके टमाटर हर साल खराब हो जाते हैं।लेकिन इस बार बारिश नहीं होने और ज्यादा ठंड पड़ने के चलते उनके टमाटर में कई रोग लग गए। जिसके चलते उनके टमाटर खेत में ही खराब होने लगे हैं। टमाटर अधपका होने के साथ ही पीला भी होने लगा है जिसके चलते उनके आगे रोजी रोटी का संकट गहराने लगा है।
किसानों का कहना है कि कभी गौलापार के टमाटर की डिमांड कई राज्यों में होती थी लेकिन टमाटरो में रोग लग जाने के चलते उनके टमाटर की डिमांड बाजारों में कम होना शुरू हो गई है और बाजारों में टमाटरों के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं ऐसे में टमाटर की खेती करने से पहले सोचना पड़ेगा। टमाटर उत्पादन में विशेष पहचान रखने वाले गौलापार के किसान टमाटर की खेती के लिए पसीना तो खूब बहा रहा है लेकिन उन्हें उम्मीद के मुताबिक पैदावार नही मिल रही है ऐसे में अब यहां के किसान दूसरी खेती की ओर रुख कर रहे हैं।