रूद्रप्रयाग- तिलवाड़ा चारधाम यात्रा का एक पड़ाव है। हालांकि कस्बा छोटा है लेकिन चारधाम यात्रा करने वाले हजारों यात्री इस रास्ते होकर गुजरते हैं। यात्रा सीजन के दौरान तो अस्थाई सफाई कर्मचारियों के चलते तो तिलवाड़ा की साफ-सफाई चाक चौबंद रहती है लेकिन यात्रा सीजन खत्म होने के बाद यहां साफ-सफाई का इंतजाम बदहाल हो जाता है। उसकी वजह है सफाई की नियमित व्यवस्था न होना।
यात्रा सीजन से दो महीने पहले ही यात्रा रूट के इस पड़ाव से अस्थाई सफाई मुलाजिमों को हटा दिया जाता है जिससे तिलवाड़ा में कचरा प्रबंधन स्थानीय व्यापारियों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। ऐसे मे स्थानीय कारोबारियों की मांग है कि सरकार छोटे कस्बों पर भी ध्यान दे और साफ-सफाई के लिए स्थाई समाधान का इंतजाम करे। कूड़ा प्रबंधन का स्थाई समाधान न होने के चलते नदी तो प्रदूषित हो ही रही है बीमारियों के मुहाने पर भी तिलवाड़ा खड़ा दिख रहा है।