रुद्रप्रयाग- पानी का सैलाब केदारनाथ धाम मंदिर को अब नुकसान नहीं पहुंचा सकता। मंदिर की सुरक्षा के लिए बनाई जा रही R.C.C की त्रिस्तरीय सुरक्षा दीवार का निर्माण पखवाड़े भर में पूरा हो जाएगा। गैारतलब है कि केदरानाथ के पुनर्निमाण का कार्य साल 2014 से नेहरू पर्वतारोहण संस्थान कर रहा है। मंदिर से तकरीबन 200 मीटर पीछे बनाई जा रही 6 मीटर ऊंची और 350 मीटर लंबी R.C.C सुरक्षा दीवार में बस 25 मीटर का काम शेष है । मंदिर की सुरक्षा के लिए बनाई जा रही इस सुरक्षा दीवार में बुनियाद से लेकर पूरे 6 मीटर ऊंचाई तक सरिया का जाल बनाया गया है जिसे पत्थर,कंकरीट और सीमेंट से भरा जा रहा है।
इस सुरक्षा दीवार से पहले दो दीवार और भी हैं जो इटली की तकनीक रॉक नेट वॉल और गोविल वॉल से बनी है। इन दोनों दीवारों का काम पूरा हो चुका है। जबकि इस तीसरी दीवार का काम 15 दिन के भीतर पूरा हो जाएगा। सुरक्षा दीवार के साथ-साथ पैदल रास्ते का निर्माण भी किया जा रहा है जिस पर टाइल्स लगाई जा रही हैं। दावा किया जा रहा है कि भीषण परिस्थिति में ये दीवार मंदिर तक पानी और मलबा नहीं पहुंचने देंगी। इसके अलावा मंदाकिनी और सरस्वती नदी के संगम पर बन रहे करीब 200 मीटर लंबे स्नान घाट का निर्माण भी 15 सितंबर तक पूरा हो जाएगा। इस घाट पर एक बार में एक साथ 1000 लोग स्नान कर सकेंगे।