गंगोलगांव में बंदर दाखिल नही होते
बंदरों की नफरत का रहस्य किसी को पता नही
1999 के भूकंप को मानते हैं ग्रामीण बड़ी वजह
चमोली- सूबे के हर जिले में जनता बंदरो के आंतक से जूझ रही है ।लेकिन आपको ये जानकर ताज्जुब होगा कि चमोली जिले के गंगोलगांव की ओर बंदरों की टोली रूख करने की तो बात छोडिए, देखते तक नहीं।
गंगोलगांव की आबोहवा से बंदरों को इतनी नफरत क्यों हैं कोई समझ नही पाया है। बंदरों की टोली गंगोलगांव की सरहद के बाहर जरूर दिखाई देते हैं लेकिंन गांव के भीतर दाखिल होने का उनका साहस नहीं होता। हालांकि अनुमान लगाया जाता है कि राज्य बनने से पहले जब 1999 में जिले मे भूकंप आया था तो उस वक्त गंगोलगांव के पास एक चट्टान का बड़ा हिस्सा टूटा था। जिसमें कई बंदर दब कर मर गए थे। बताया जाता है कि उसके बाद से गांव के भीतर बंदर नही आते। शायद चमोली जिले का गंगोलगांव ही बंदरों के आतंक से मुक्त माना जा सकता है।