देहरादून- सड़क हादसे हों या दुष्कर्म की घटनाएं, नशे कारोबार हो या चोरी-लूट की वारदातें उत्तराखंड की अस्थायी राजधानी कहलाने वाला देहरादून भी इन सबसे पीछे नहीं है. एक के बाद एक दुष्कर्म औऱ छेड़छाड़ की घटनाएं आए दिन सुनने को मिलती है. जो देहरादून कभी शांत वातावरण के लिए जाना जाता था आज वो कई कहीं विलुप्त सा हो गया है. जी हां देहरादून में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सबको हैरान कर दिया है. गुरु कहलाए जाने वाले शिक्षक नेत्रहीन बच्चों के ऐसा कर सकते हैं इसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता.
नेत्रहीन बच्चों ने लगाया अध्यापक पर छेड़खानी और उनसे गंदी बातें करने का आरोप
जी हां देहरादून के राजपुर रोड स्थित राष्ट्रीय दृष्टि बाधितार्थ संस्थान (NIVH) के छात्र-छात्राओं ने शिक्षा संस्थान के टीचर और मैनेजमेंट पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्राओं का आरोप है कि उनके अध्यापक क्लासरूम में उन्हें छेड़ते हैं और उनसे गंदी बातें करते हैं।
नहीं कोई पहला मामला
दरअसल आज सुबह भारी संख्या में छात्रों ने संस्थान की डायरेक्टर अनुराधा डालमिया से मुलाकात कर अपने साथ हो रहे गलत व्यवहार के बारे में उन्हें बताया। आपको बता दें देहरादून के राष्ट्रीय दृष्टि बाधितार्थ संस्थान का ये कोई पहला मामला नहीं है। बल्कि कुछ समय पहले भी ऐसा मामला सामने आया था। जिसमें एक शिक्षक छात्र के यौन शोषण के आरोप में जेल गया था औऱ आज भी जेल में है. इसके साथ ही छात्रों का आरोप है कि मैनेजमेंट इस मामले में शिक्षक को बचाने की कोशिश कर रहा है।
छात्राओं ने बताया- शिक्षक लगातार कर रहा गंदी हरकतें
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो छात्राओं ने बताया कि एक शिक्षक उनके साथ लगातार बदतमीजी और गंदी हरकतें कर रहा है। अध्यापक उन्हें कुछ समझाने के बहाने बैड टच करता है। इतना ही नहीं, छात्राओं ने ये भी बताया कि इस तरह की हरकतें आये दिन संस्थान में तो ही रही हैं साथ ही गर्ल्स हॉस्टल में भी बाहर से आये लड़के और गार्ड उनपर गंदे-गंदे कमेंट करते हैं। वहीं छात्राओं ने शिक्षकों को हटाने की मांग की है.
अगर आरोप सही तो सबसे बड़ी लापरवाही, की जानी चाहिए गंभीर जांच
अगर ये सभी आरोप सहीं है तो केंद्रीय संस्थान की सबसे बड़ी लापरवाही होगी. जो बच्चे देख नहीं सकते उनके माता-पिता विशवास करके वहां भेजते हैं ताकि बच्चे कुछ सीख-पढ़ सकें. जरुर इस मामले को पुलिस औऱ संस्थान को गंभीरता से लेना चाहिए औऱ जांच की जानी चाहिए
एशिया का सबसे बड़ा केंद्रीय संस्थान है एनआईवीएच
आपको बता दें कि NIVH संस्थान में देशभर से आये दृष्टि बाधित छात्र पढ़ते हैं। इससे पहले छात्रों की तरफ से 24 मई को राजपुर थाने में तहरीर दी गई थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद छात्र के बयान लिए गए और फिर आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया गया था।वहीं इस शिकायत के बाद लग रहा है कि पिछले मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया.