देहरादून- भले ही देश में कांग्रेस की सरकार न हो लेकिन क्या ऐसा हो सकता है कि कोई कांग्रेस के ऱाष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम भूल जाए जी हां कुछ ऐसा ही हुआ देहरादून राजपुर रोड़ स्थित कांग्रेस राजीव भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में. औऱ ये पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के दिग्गजों से इतनी बड़ी गलती हुई हो..इससे पहले भी स्थापना दिवस पर कांग्रेस बड़ी गलती कर चुकी है वो भी झंडे को उल्टा लहराकर.
उत्तराखंड में बूरा हाल
जिस तरह पूरे देश में कांग्रेस पार्टी फिलहाल लड़खडाती हुई नजर आ रही है ठीक उसी तरह उत्तराखंड में भी कांग्रेस लड़खड़ाती हुई नजर आ रही है. किस नेता कि क्या भूमिका होनी चाहिए,ये संगठन में बिल्कुल तय नहीं किया गया जिसका नजारा आज कांग्रेस भवन में देखने को मिला है।
राहुल गांधी का डिमोशन
पूरी कांग्रेस पार्टी भले ही राहुल गांधी को भावी पीएम के तौर पर देखती हो और देश में कांग्रेस पीएम मोदी की तुलना के रूप राहुल गांधी को देखती है. लेकिन उनका पद क्या है भला ये कौन भूल सकता है.
बैनर में राहुल को बनाया उपाध्यक्ष
जी हां कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का इस तहर डिमोशन कर दिया कि कांग्रेस भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में जो बैनर लगाया गया था,उसमें राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष की जगह उपाध्यक्ष लिखा हुआ है,जिससे कहा जा सकता है कि कांग्रेस के इस कार्यक्रम में किसी को ये मालूम नहीं था कि कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी बन गए है। खास बात ये है कि कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी शामिल हुए है।
दूसरी बार हुई बड़ी गलती
इस पहले भी कांग्रेस की बड़ा गलती 133 वें स्थापना दिवस पर देखने को मिली थी,जब पार्टी ने पार्टी का ही झंडा उल्टा फहरा दिया था औऱ उस दौरार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सहित कई पार्टी के दिग्गज नेता मौजूद थे. और वो झंडा प्रीतम सिंह ने ही झंडे को फहराया था।