देहरादून- आंध्र प्रदेश के राजमंड्री से जुड़े भ्रष्टाचार के प्रकरण में सीबीआइ ने दून स्थित ओएनजीसी अफसर के घर पर छापा मारा। इस दौरान अफसर के घर से प्रकरण से जुड़े जरुरी दस्तावेज भी जब्त किए गए।
करीब छह घंटे तक चली यह कार्रवाई
सीबीआइ की टीम ने करीब छह घंटे तक यह कार्रवाई की। इस मामले में सीबीआइ ने प्रकरण में संलिप्त आरोपित अफसरों के देशभर में स्थित ठिकानों पर छापे मारने की कार्रवाई की है। आंध्र प्रदेश के राजमंड्री में ओएनजीसी के एक प्रोजेक्ट में करीब 300 करोड़ का भ्रष्टाचार सामने आया था।
CBI की विशाखापट्नम शाखा ने मुकदमा दर्ज कर देशभर के ठिकानों पर एक साथ छापे मारी
इस मामले में ओएनजीसी के कई अफसरों के खिलाफ सीबीआइ ने भ्रष्टाचार के आरोपों में मुकदमा दर्ज किया। सीबीआइ की विशाखापट्नम शाखा ने मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपित अफसरों के देशभर के ठिकानों पर एक साथ छापे की कार्रवाई की।
ओएनजीसी के चीफ मैनेजर फाइनेंस रमेश राठौड़ इन दिनों दून में तैनात
इस प्रोजेक्ट में तैनात रहे ओएनजीसी के चीफ मैनेजर फाइनेंस रमेश राठौड़ इन दिनों दून में तैनात हैं। उनका नाम भी इस प्रोजेक्ट में हुए भ्रष्टाचार में जुड़ा है। सीबीआइ के सूत्रों ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपित रमेश राठौड़ के दून स्थित घर पर छापे की कार्रवाई की गई।
इसके लिए सीबीआइ की टीम राजेंद्रनगर गली नंबर सात स्थित लक्ष्मी टावर में छापे को पहुंची। इंस्पेक्टर एसएस मुयाल के नेतृत्व में टीम ने यहां आरोपित अफसर के घर की तलाशी लेते हुए प्रोजेक्ट से जुड़ी फाइलें, बैंक पासबुक, चेक बुक, प्रॉपर्टी के दस्तावेज आदि कब्जे में लिए हैं। सीबीआइ ने करीब पौने 12 बजे तक यह कार्रवाई की है।
सीबीआइ की इस कार्रवाई के बाद टावर में अन्य लोगों में भी हड़कंप मचा रहा। सीबीआइ के एएसपी अखिल कौशिक का कहना है कि विशाखापट्नम सीबीआइ के निर्देश पर यह कार्रवाई दून समेत देशभर में एक साथ हुई है। कार्रवाई के दौरान प्राप्त दस्तावेज प्रकरण की जांच कर रही टीम को भेजे जाएंगे।