दिल्ली- साल 2009 के सूबे में हुए बहुचर्चित रणवीर एनकाउटर मामले में दिल्ली हाईकोर्ट से बड़ा फैसला आया है। एमबीए छात्र रणवीर सिंह के फर्जी एनकाउंटर केस में आरोपी उत्तराखंड के 8 पुलिसकर्मियों को आज (मंगलवार) दिल्ली हाई कोर्ट ने दोषी करार दिया है।
हालांकि अभी दोषियों को सजा का ऐलान नहीं हुआ। दोषी करार दिए गए पुलिस कर्मियों को बहस के बाद अगली सुनवाई में सजा सुनाई जाएगी। वहीं दिल्ली उच्च न्यायालय ने मामले बाकि 11 आरोपी पुलिस कर्मियों को बरी कर दिया है।
इससे पहले दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने जून 2014 में 17 पुलिसकर्मियों को हत्या, अपहरण, सुबूत मिटाने और आपराधिक साजिश रचने व उसे अंजाम देने के मामले में दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी, वहीं एक आरोपी जसपाल सिंह गोसांई को हत्या, अपहरण व सुबूत मिटाने के मामले में बरी कर दिया था।
हालांकि अदालत ने गोसांई को आइपीसी की धारा 218 के तहत गलत सरकारी रिकार्ड तैयार करने के मामले में दोषी करार दिया था, साथ ही 50 हजार का मुचलका भरने का निर्देश भी दिया था।