उत्तरकाशी- सर, मुझे अब तक शौचालय निर्माण के लिए अनुदान नहीं मिला है। स्वजल महकमे की शिकायत वाडिया गांव के जगमोहन ने जिलाधिकारी से कर दी। जिलाधिकारी ने भी तत्काल जिला विकास अधिकारी को दो दिन के भीतर मामले की जांच करने के निर्दश दिये, जबकि इलाके में तैनात स्वजल कर्मी का दो दिन के वेतन काटने का हुक्म सुनाया।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने इस तरह की तकरीबन 165 से ज्यादा जन शिकायतें बड़कोट तहसील के दूरस्थ गांव खरसाली में इस वक्त सुनी जब वे “प्रशासन चला गांव की ओर” कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी ने बहुउद्देशीय शिविर का विधिवत आगाज भी किया।
इस दौरान जनता ने उनके सामने बिना डामर की सड़क से लेकर आधे-अधूरे झूला पुल की शिकायत से हो रही तकलीफ को रखा। वहीं आपदा राहत मुआवजा से लेकर उज्जवला योजना में हो रही लापरवाहियों की जानकारी भी दी। जिस पर जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान ने तत्काल एक्शन लिया। किसी अधिकारी को फोन पर तलब किया तो किसी मुलाजिम को फौरन कार्यवायी करने की हिदायत दी।
वहीं जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान ने जनता को भंरोसा दिलाया कि प्रशासन हर मौके पर जनता के साथ है। कर्मचारियों की हीलहवाली किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मौके पर जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों को निरीक्षण भी किया। इस बहुउद्देशीय शिविर में जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अहमियत भी बताई।
वहीं शिविर में 18 वृद्धावस्था, 1 विकलांग, 1 तीलूरोतेली पेंशन स्वीकृत की गई जबकि 15 जाति प्रमाण पत्र वितरित किये गये। शिविर में बाल विकास, पशुपालन, समाज कल्याण, कृषि, उद्यान, राजस्व, वन विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायतराज विभाग जैसे कई महकमों ने विभागीय स्टाल लगाए और जनता को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।