अपर जिला जज तृतीय अजय चौधरी की अदालत ने बेबी किन्नर की चेली सारिका और उसके ड्राइवर सुरेश को बेबी के कातिल दोषी करार दिया था। सारिका मूल रूप से बिहार की रहने वाली है और दून में बेबी के साथ ही रहती थी। जबकि सुरेश हरियाणा का रहने वाला है। बेबी प्रेमनगर विंग नंबर-7 के मकान नंबर-12 में रहती थी।
हालांकि 2007 में कातिलो ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी। दोनों का कहना था कि बेबी पंजाब घूमने गई और तब से गायब है। इसी दौरान एक किन्नर रजनी ने पुलिस के समक्ष सुरेश और सारिका पर बेबी की हत्या करने का शक जताया। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो सुरेश और सारिका ने हत्या की बात कबूल कर ली। दोनों ने 11 मार्च को बेबी की हत्या कर शव को उसके घर के गैराज में गाड़ दिया था।
मीडिया रिपोर्टस की माने तो पुलिस ने बेबी के हत्याकांड में शामलि सुरेश और सारिका के पास से 1.430 किलोग्राम चांदी और 2.240 किलोग्राम सोने के गहने बरामद किए थे।