भगवानपुर- सरकार बेशक स्किल डेवलपमेंट की बात कर युवाओं को रोजगारी देने की बात करती हो। लेकिन जो तबका स्किल्ड है वो भी सड़क पर रोजगार के लिए हाय-हाय कर रहा है।
आलम ये है कि उस तबके का कहना है कि अगर उनकी तालीम नौकरी नई दिला सकती है तो ऐसे डिग्री कोर्सेस और कॉलेज को बंद कर दिया जाना चाहिए। लोककल्याणकारी सरकारों के दौर में इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है अगर सरकार की आंखों में पानी बचा हो तो।
बहरहाल भगवानपुर पुलिस ने बीपीएड बेरोजगार संगठन की जिलाध्यक्ष पल्लवी कुकरेती समेत संगठन के पांच बेराजगार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। दरअसल राष्ट्रीय खिलाड़ी और बीपीएड कर चुकी पल्लवी की अगवाई में बीपीएड बेरोजगार संघ के कार्यकर्ता देहरादून सीएम आवास पर नौकरी की मांग को लेकर धरना देने जा रहे थे। लेकिन देहरादून जाने से पहले ही भगवानपुर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और थाने में उनकी गिरफ्तारी की।
इस मौके पर संगठन की जिलाध्यक्ष और राष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुकी पल्लवी कुकरेती ने सूबे की सभी सरकारों पर जमकर प्रहार किए। पल्लवी ने कहा कि उनका बीपीएड प्रशिक्षित संगठन साल 2000 से नौकरी की मांग कर रहा है लेकिन कोई भी सरकार अपने वादे पर खरी नहीं उतरी। सारी सरकारों ने उनके साथ वादाखिलाफी की।
पल्लवी ने बीपीएड डिग्री धारकों के आंकड़े जारी करते हुए सरकारों को शर्मिंदा करते कहा कि इस वक्त पूरे प्रदेश मे 17000 हजार से ज्यादा बी पी एड़ बेरोज़गारों की फौज तैयार हो गई है। पल्लवी ने कहा कि अगर उनकी हासिल स्नातक उपाधि ने किसी काम नहीं आना तो सरकार ऐसे कोर्सेस और कॉलेज को बंद क्यों नहीं करती।
मौके की नजाकत को भांपते हुए पल्लवी की बात में दम लगता है लेकिन कहा जाता है कि जिसकी आंख का पानी मर जाता है उसे ही सत्ता नसीब होती है।