नाथू ला (सिक्किम)- उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता जिस मुल्क की सरहद की निगेहबान हों आंखे। ये गीत उन सैनिकों के हौसले और ज़ज्बे की काबिलियत को बताता है जिनकी बदौलत हम शहर गांवों में चैन से रहते है।
हमें मालूम नहीं कि सियाचिन ग्लेशियर में बर्फीली आंधी का सामना हमारे लिए सेना का जवान कैसे अपनी हाड़ मांस की देह पर झेल जाता है। हमे नहीं मालूम की कैसे सीमा पार की गोली हम तक आने से पहले वो सैनिक अपने सीने पर रोक लेता है। हमे नहीं मालूम की आतंकवाद के बारूद में सैनिक खुद झुलस जाता है लेकिन हमारे चैन और सुकून पर उसकी आंच तक आने नहीं देता।
हमारे लिए अपनी हाड़ मांस की देह को फौलाद बनाने वाले बहादुर नौजवानो को हम सलाम करते हैं। उधर सिक्कम की राजधानी गंगटोक में ITBP के सम्मेलन गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा ऐलान किया है।
गृहमंत्री ने कहा कि, वतन कि हिफाजत के लिए खुद को फ़ना कर देने वाले अर्धसैनिक बलों के जवानों के आश्रितों को केंद्र सरकार एक करोड़ रुपए का मुआवजा देगी। इससे पहले राजनाथ सिंह ने सिक्किम मे चीन से सटे बार्डर पोस्ट शेराथांग का मुआयना किया और सरहद के उन हालातों से वाकिफ हुए जिनका सामना मुल्क का जवान करता है।