देहरादून- उत्तराखंड राज्य में मार्च के महीने में नई सरकार का गठन भी होना है और बजट सत्र भी। ऐसे में सरकार के मुखिया होने के नाते महमहिम राज्यपाल महोदय का अभिभाषण भी होना है। लेकिन सरकार किस की बनेगी इसका पता 11 मार्च को चलेगा। लिहाजा शासन स्तर पर दो अभिभाषणों की तैयारी हो रही है।
दरअसल बजट सत्र में रखे जाने वाले राज्यपाल के अभिभाषण में मौजदा सरकार की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं का लेखाजोखा रखा जाता है। लेकिन इस बार नई सरकार का गठन होना है ऐसे में महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण में जहां पुरानी सरकार की उपलब्धियों का बखान होगा वहीं नई सरकार की भविष्य की कार्ययोजनाओं को भी शामिल किया जाना है। ऐसे में शासन के सामने मुश्किल ये है कि वह आने वाली कार्ययोजनाओं में किसे शामिल करे, भाजपा सरकार को या कांग्रेस सरकार को ? क्योंकि चुनाव परिणाम, नई सरकार का गठन और बजट सत्र सभी ने एक ही महीने में होना है।
बजट सत्र शुरू होने से पहले सरकार के मुखिया होने के नाते महामहिम के अभिभाषण को बेहद गोपनीय माने जाना जाता है। क्योंकि इसमे सरकार की आने वाले कल की योजनाएं और नीतिगत फैसलों की झलक होती है। ऐसे में शासन ने इसका तोड़ निकाल लिया है। खबर है कि शासन स्तर पर राज्यपाल के दो अभिभाषण तैयार किए जा रहे हैं। एक कांग्रेस के घोषणापत्र की कार्ययोजनाओं के हिसाब से और दूसरा भाजपा के विजन डॉक्यूमेंट के हिसाब से।
दरअसल 13 मार्च को मौजूदा कांग्रेस सरकार का कार्यकाल पूरा हो जाएगा, जबकि 11 मार्च को चुनाव परिणामों के नतीजे आ जाएंगे। इसके तुरंत बाद बजट सत्र बुलाया जाएगा। लिहाजा राज्यपाल के अभिभाषण का ड्राफ्ट राज्य के सभी महकमों ने तैयार कर दिया है।
तय है कि जिसकी भी सरकार बनेगी महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण में भावी नीतियों की झलक उसी के हिसाब से दिखेगी। सूबे में सरकार कांग्रेस की बने या भाजपा की शासन को दो नाव की सवारी करते हुए मंजिल पानी है, जिसमें वो जुटा हुआ है।