देहरादून- 16 साल के उत्तराखंड ने सियासत का विद्रूप होता चेहरा भी देखा। लोकतंत्र के मंदिर माने जाने वाले सदन में गरिमाओं को सियासत ताक पर कैसे रख देती है यह भी देखा। तिकड़म और सियासी चालें भी देखी। इन सोलह सालों में उत्तराखंड ने असंतुष्ट विधायकों की बगावत भी देखी, और वो मंजर भी देखा जब विधायिका को न्यायपालिका से इंसाफ की गुहार लगानी पड़ी।