देहरादून, संवाददाता- किच्छा में कांग्रेस के लिए एक बड़ा सिर दर्द साबित हो रही बगावत को आला नेताओं ने आखिरकार राहत में बदल ही दिया है। किच्छा में सीएम हरीश रावत के खिलाफ बगावत की ताल ठोक चुकी शिल्पी अरोड़ा ने आला नेताओं के चौतरफा दबाव के आगे सरेंडर कर ही दिया है।
माना जा रहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के फोन और स्क्रीनिगं कमेटी की चेयरपर्सन कुमारी शैलजा के दिलासे ने शिल्पी के गुस्से को काफूर कर दिया है। अब शिल्पी ने अपना नाम किच्छा से वापस लेते हुए कांग्रेस के पक्ष में काम करने का ऐलान किया है।
गौरतलब है कि शिल्पी अरोड़ा ने गदरपुर से कांग्रेस का टिकट मांगा था लेकिन आलाकमान ने शिल्पी की दरख्वास्त को दरकिनार करते हुए राजेंद्र पाल को टिकट दे दिया था। ऐसे में नाराज शिल्पी ने किच्छा में हरदा के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंका था।