यूपी के बदायूं के थाना सिविल लाइन क्षेत्र में एक गांव में रिहर्सल कर रहे बच्चे के गले मे फन्दा लगने से मौत हो गई। दरअसल 15 अगस्त को शहीद भगत सिंह के नाटक की रिहर्सल कर रहे बच्चे के गले में फंदा लग गया जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बिना पुलिस कार्रवाई के ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। घटना से गांव में मातम छा गया है। थाना कुंवरगांव क्षेत्र के ग्राम बाबट निवासी भूरे सिंह का 10 वर्षीय पुत्र शिवम गुरूवार को घर में अकेला था। जिसके बाद मोहल्ले के अन्य बच्चे भी आ गये और स्वतंत्रता दिवस पर नाटक के लिए सरदार भगत सिंह नाटक तैयारी करने लगे। किशोर की मां और पिता खेत में काम करने गए थे। 15 अगस्त के अवसर पर शहीद भगत सिंह से जुड़े नाटक में रोल अदा करने का बच्चे रिहर्सल कर रहे थे। मृतक बच्चा शहीद भगत सिंह का रोल अदा कर रहा था।
इस दौरान फंदा लगने से उसकी जान चली गई। घटना के बाद बच्चे आस-पास के लोगों को मदद के लिए बुलाने लगे। मौके पर पहुंचे लोगों ने खेत पर काम कर रहे उसके माता-पिता को बुलाया और फांसी के फंदे से उतारा। इसके बाद परिजनों ने मृत बच्चे का अंतिम संस्कार किया।ग्रामप्रधान भीमसेन सागर ने बताया बच्चे खेल रहे थे माता-पिता घर पर नहीं थे। तभी वह फांसी के फंदे का शिकार हो गया उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बिना पुलिस कार्रवाई के ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि उनके संज्ञान में मामला आया हैं।
थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम को घटनास्थल पर भेजा गया लेकिन परिजनों ने बताया कि बच्चे की मौत हो गई लेकिन किस तरह से हुई यह जानकारी नहीं दी। वहीं लोगों का कहना है कि भगत सिंह पर नाटक की तैयारी करते समय बच्चा स्टूल से गिर पड़ा और फांसी लगने से उसकी मौत हो गई। उनके स्तर से पुलिस टीम जांच में जुटी हुई है और जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।