टिहरी: उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध टिहरी झील के उपर देश का सबसे बड़ा डोबरा-चांठी मोटरेबल झूला पुल बनकर तैयार हो गया है जिसका उद्घाटन आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डोबरा-चांठी पुल के बनकर तैयार होने पर खुशी जाहिर की.
सीएम ने कहा कि प्रतापनगर, लंबगांव और धौंतरी के लोगों की पीड़ा को बेहतर तरीके से समझा जा सकता है. उन लोगों को काफी तकलीफ उठानी पड़ी. लेकिन सरकार ने 440 मीट लंबे इस पुल के निर्माण में आ रही धन की कमी को दूर करते हुए एक साथ 88 करोड़ रुपए स्वीकृत किए. पुल बनकर तैयार है और आज इसे जनता को समर्पित कर दिया जाएगा.
डोबरा चांठी पुल डोबरा चांठी पुल के निर्माण में हुआ तीन अरब खर्च
डोबरा चांठी वासियों की समस्याओं को देखते हुए त्रिवेंद्र सरकार में इस पुल को अपनी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर रखा कई सालों से निर्माणाधीन पुल के लिए त्रिवेंद्र सरकार ने एकमुश्त बजट जारी किया जिसका परिणाम भी जनता के सामने है इस पुल की क्षमता 16 टन भार सहन करने की है और इसकी उम्र 100 वर्ष तक बताई गई है इस पुल की चौड़ाई 7 मीटर है जिसमें मोटर मार्ग की चौड़ाई 5.5 मीटर और फुटपाथ की चौड़ाई 0.75 मीटर है इसके निर्माण में 3 अरब रुपए खर्च हुए।
साल 2006 में शुरु हुआ था पुल का निर्माण कार्य
वर्ष 2006 में डोबरा चांठी पुल का निर्माण शुरू हुआ लेकिन काम के दौरान कई उतार-चढ़ाव और समस्याएं सामने आने लगी गलत डिजाइन कमजोर प्लानिंग और विषम परिस्थितियों के चलते 2010 में इस पुल का काम बंद हो गया था 2010 में पुल का निर्माण लगभग 1.35 अरब खर्च हो चुके थे दोबारा साल 2016 में लोक निर्माण विभाग ने 1.35 अरब की लागत से इस पुल का निर्माण कार्य शुरू कराने का निर्णय लिया।
2020 में बनकर तैयार हुआ डोबरा चांठी पुल
पुल की डिजाइन के लिए अंतरराष्ट्रीय टेंडर निकाला गया साउथ कोरिया की यूसीन कंपनी को यह टेंडर मिला कंपनी ने पुल का नया डिजाइन तैयार किया और जैकी किम की निगरानी में तेजी से पुल का निर्माण शुरू हुआ। साल 2018 में एक बार फिर काम में व्यवधान पड़ा जब निर्माणाधीन पुल के तीन सस्पेंडर अचानक टूट गए। तमाम मुश्किलों के बाद अब 2020 में यह पुल पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुका है और आज इस पुल का उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत करेंगे और यह पुल जनता को समर्पित हो जाएगा लंबे उतार-चढ़ाव के बाद अब प्रताप नगर की जनता सीधे कम समय में जिला मुख्यालय आ जा सकेगी।
डोबरा चांठी पुल में आकर्षक है लाइट
आपको बता दें कि डोबरा चांठी पुल पर 5 करोड रुपए की लागत से पुल को फसाद लाइट से भी सजाया गया है क्योंकि फसाद लाइट कोलकाता के हावड़ा ब्रिज की तर्ज पर लगाई गई हैं जिसमें रंग बिरंगी लाइट जगमगाती हुई लोगों को आकर्षक का केंद्र बनी हुई है
डोबरा चांठी पुल एक पर्यटक स्थल भी बनने जा रहा है यह पर पुरानी टिहरी की तर्ज पर रोजगार का केंद्र भी होगा यह जगह कई गाव से जुड़ा है यह जगह पुरानी टिहरी की कमी दूर करने का काम भी करेगी और आपसी भाई चारा संस्कृति भी जिंदा होगी।