देहरादून : कोरोना मरीजों का इलाज उत्तराखंड में प्लाज्मा थेरेपी से भी किया जा रहा है। लेकिन, लोग अब भी प्लाज्मा डोनेट करने के लिए खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। कोरोना के गंभीर रोगियों को प्लाज्मा थेरेपी की ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस के इंस्पेक्टर ने दून अस्पताल पहुंचकर एक बुजुर्ग की जान बचाई।
रुड़की में तैना इंस्पेक्टर राजेश साह प्लाज्मा डोनेट करने देहरादून पहुंच गए। पुलिस लाॅकडाउन से लेकर अब तक लगातार कोरोना के मोर्चे पर डटी हुई है। इस दौरान कई पुलिसकर्मी कोरोना पाॅजिटिव भी पाए गए। देहरादून के दून अस्पताल में कोरोना संक्रमित व्यक्ति को एबी पॉजिटिव ग्रुप के प्लाज्मा की जरूरत थी। परिचितों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए कोरोना से ठीक हो चुके लोगों से प्लाज्मा डोनेट करने की रिक्वेस्ट की।
रुड़की सिविल लाइंस कोतवाली इंस्पेक्टर राजेश साह के व्हाट्सएप पर भी यह मैसेज आया। गुरुवार को दून पहुंचकर प्लाज्मा डोनेट कर जान बचाई। कुछ दिन पहले ही राजेश साह कोरोना से ठीक होकर ड्यूटी पर लौटे हैं। उन्होंने प्लाज्मा डोनेट करने के लिए सहमति का मैसेज किया, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया।
इसके बाद अनजान व्यक्ति की जान बचाने के लिए उन्होंने सीओ रुड़की से अनुमति ली और देहरादून के दून अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल में उन्होंने प्लाज्मा डोनेट किया। इंस्पेक्टर राजेश साह ने लोगों के लिए मिसाल पेश की है और लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रेरित किया है।