उत्तराखंड में मंत्रियों और अधिकारियों के बीच पनपता विवाद तेजी से गहराने लगा है। राज्य मंत्री रेखा आर्या के जरिए राज्य के एक सीनियर IAS के लापता होने की सूचना पुलिस को दिए जाने के बाद अब कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सतपाल महाराज ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि राज्य के अधिकारियों की सीआर मंत्रियों को लिखनी चाहिए। सतपाल महाराज ने कहा है कि पहले की व्यवस्था इस राज्य में फिर से लागू होनी चाहिए। सतपाल महाराज के इस बयान के बाद राज्य में एक नई बहस शुरु हो सकती है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों राज्यमंत्री रेखा आर्या और IAS अफसर वी षणमुगम के बीच शीत युद्ध खासा तेज हो गया। हालात ये हुए कि दोनों के बीच जारी खींचतान सार्वजनिक हो गई है। षणमुगम के होम क्वारनंटीन होने के बाद उनसे संपर्क न होने के चलते रेखा आर्या ने पुलिस को षणमुगम के अपहरण की आशंका जताते हुए पत्र लिख दिया और जांच करने के लिए कह दिया। इसके बाद दोनों के बीच विवाद जगजाहिर हो गया।
वहीं इस विवाद में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी कूद पड़े हैं। सतपाल महाराज ने रेखा आर्या की तरफदारी करते हुए कहा है कि राज्य में अफसरों की सीआर मंत्रियों को लिखनी चाहिए। सतपाल महाराज ने कहा है कि राज्य में पूर्व में ये व्यवस्था थी। लेकिन मौजूदा वक्त में ये व्यवस्था नहीं है। सतपाल महाराज ने कहा है कि विभागीय सचिव की सीआर विभाग के मंत्री को लिखनी चाहिए। ये व्यवस्था न होने से अधिकारी बेलगाम हो रहें हैं।