#WATCH: ITBP jawans travelled 40-km on foot for 15 hours carrying an injured woman on a stretcher from a remote village, Lapsa to Munsyari in Pithoragarh, Uttarakhand yesterday. During this journey, they crossed flooded nullahs & landslide-prone areas: ITBP pic.twitter.com/kTycp5IizR
— ANI (@ANI) August 23, 2020
एक बार फिर से सरकार के दावे हवा हवाई साबित हुए। सरकार ने जहां गांव के लोगों और दूरस्थ इलाकों के लोगों के हवाई सेवा की शुरुआत की तो वहीं उनका दावा हवाहवाई साबित हुआ। एक बार फिर आईटीबीपी के जवान महिला के लिए देवदूत साबित हुए. ताजा मामला पिथौरागढ़ में मुनस्यारी से 40 किमी दूर लास्पा गांव का है जहां पत्थर की चपेट में आने से महिला घायल हो गई। मुन्स्यारी के हालातों से सब वाकिफ हैं कि वहां के हालात कैसे हैं। वहीं घायल होने के बाद न तो महिला को अस्पताल ले जाया जा सका और ना ही इलाज के लिए हेलीकॉप्टर आया जिसके बाद आईटीबीपी के जवान महिला के लिए मसीहा साबित हुए। मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को दर्द से तड़प रही महिला को आईटीबीपी के 14 वीं वाहनी के 25 जवानों ने कंधे पर उठाकर ने सड़क तक पहुंचाया। जानकारी मिली है कि 18 अगस्त को लास्पा निवासी रेखा देवी उम्र (26) पत्नी लक्ष्मण राम मापांग के पास चट्टान से गिरे भारी पत्थर के चपेट में आ गई थी जिसमे महिला को पैर और सिर में गंभीर चोटें आई। मुनस्यारी से लास्पा गांव की दूरी 40 किमी पैदल होने के कारण और बारिश के कारण हालात बुरे होंने के कारण महिला को अस्पताल पहुंचाना किसी जंग जीतने से कम नहीं था।
जानकारी मिली है कि जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने इस घटना की जानकारी हादसे के दिन ही मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव, कमिश्नर और डीएम दी थी। रास्ता बेहद कठिन होने के कारण घायल महिला को डोली में लेकर आना संभव नहीं देखते हुए हेलीकॉप्टर की मांग की गई थी। इसको देखते हुए डीएम के निर्देश पर तहसील प्रशासन भी हेलीपैड के लिए स्थान तलाश कर रहा था। लेकिन काफी इंतजार के बाद हेलीकॉप्टर न आने पर परिजनों के कहने पर आईटीबीपी 14 वीं वाहनी के जवान घायल महिला को स्ट्रैचर पर कंधे पर उठाकर ले गए और सड़क तक पहुंचाया। वहीं महिला के लिए हेलीकॉप्टर के न पहुंचने से लोगों में गुस्सा है लोगों ने सरकार पर झूठे दावे करने का आरोप लगाया.