टिहरी : जिले के प्रखंड नरेंद्रनगर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कठ्या में सतवीर सिंह को क्वारंटाइन किया गया था। 28 साल के सतवीर पंजाब के जालंधर शहर में एक होटल में नौकरी करते थे। कोरोना महामारी में घर आया तो स्कूल में अकेली ही क्वारंटीन कर दिया गया। सतवीर यहां चुक नहीं रहे और कुछ करने के जज्बे से वो कर दिखया, जिसे आज तक शिक्षा और खेल विभाग भी नहीं पाया था।
जब उन्होंने देखा कि विद्यालय का खेल मैदान पूरी तरह रखराब है। खेलने लायक नहीं है, तो मैदान को समतल करने की ठानी और फिर रोजाना सुबह नाश्ता करने के बाद काम पर जुट जाते और गैंती, फावड़े और बेलचे से खेल मैदान की हालत सुधारने में जुट जाते। सतवीर का कहना है कि दस दिन पहले जब वह विद्यालय में क्वारंटाइन हुए थे तो सोचा भी नहीं था कि वह इस तरह का कोई काम कर पाएंगे। लगातार काम करते हुए आखिरकार उन्होंने खेल मैदान को संवारने का काम अकेले ही कर दिया।
क्षेत्र पंचायत सदस्य सुनीता नेगी, ग्राम प्रधान शोभा भंडारी का कहना है कि गांव के सतवीर कोहली ने जो काम किया वो शिक्षा विभाग के लोग भी नहीं कर पाए। उन्होंने समाज को जागरूक करने और प्रेरणा देने का काम किया। उन्होंने कहा कि लोगों को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए।