देहरादून। नोटबंदी से बीमार लोगों के पास उपचार करवाने के पैसे नहीं हैं। हैं भी तो पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट जिनकी अब वैल्यू खत्म हो गई है। वे लोग अपना इलाज नहीं करवा पा रहे हैं। इसे देखते हुए प्रदेश कांग्रेस सरकार ने सरकारी अस्पतालों में सभी टेस्ट फ्री ऑफ कॉस्ट कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री सिरेंद्र सिंह नेगा ने जानकारी देते हुए बताया कि पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट बंद होने से लोगों पर घहरा संकट पड़ा है। जिससे वे अपना इलाज नहीं करावा पा रहे हैं। इसी के चलते सरकार ने यह फैसला लिया है, ताकि प्रदेश के लोग अपनी जांच निशुल्क करवाकर बेहतर इलाज करवा सकें।