श्रीनगर: श्रीनगर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय ने लाॅकडाउन के दौरान एक ऑनलाइन सर्वे किया था, जिसके कई चैंकाने वाले परिणाम जारी किए गए हैं। लॉकडाउन के दौरान जहां लोगों को आराम मिला, वहीं इसके परिणाम बिल्कुल विपरीत हैं। ज्यादातर लोग स्वयं को कम ऊर्जावान महसूस कर रहे हैं।
सर्वे में 587 शामिल
गढ़वाल विवि के मनोविज्ञान विभाग की ओर से कराये गए ऑनलाइन मानसिक स्वास्थ्य सर्वे में सामने आई है। विभाग ने लॉकडाउन दो के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर प्रश्नावली के माध्यम से यह सर्वे कराया था। इस ऑनलाइन स्वास्थ्य सर्वे में 587 लोग शामिल हुए। जिन्होंने सर्वे के बीस प्रश्नों के जवाब हां या न में दिए। जिसके आधार पर विभाग ने सर्वे के आंकड़े जारी किए हैं।
34.4 प्रतिशत काम ताकतवर
सर्वे के अनुसार सर्वाधिक 37.5 फीसदी लोगों ने खुद को कम ऊर्जावान महसूस करने, 34.4 ने क्षति की आशंका, 33.7 फीसदी ने एकाग्रता में कमी, 27.7 ने मानसिक उलझन, 27.3 ने दैनिक कार्य में मन नहीं लगने और 27.1 फीसदी लोगों ने चिड़चिड़ापन महसूस करने की बात कही है। 25 प्रतिशत ने खुद को असहाय बताया। जबकि 24.9 फीसदी ने अधिक थकान और 24.7 फीसदी ने नींद में कमी और ज्यादा गुस्सा आने की बात कही।
22.8 प्रतिशत को कम भूख
सर्वे में एक चैंकाने वाली बात यह है कि 24.5 फीसदी ने नकारात्मक विचार, 23.7 ने उदासी, 21.3 ने हतोत्साहित महससूर करने, 20.4 ने निर्णय लेने में कठिनाई, 19.6 ने बात करने की इच्छा न होने, 17.9 ने व्याकुलता, 16.9 ने आत्मविश्वास में कमी, 15.8 ने शारीरिक परेशानी और 22.8 ने कम भूख एवं 10.8 ने आत्मग्लानि महसूस की बातें भी कही हैं। इसमें 39.9 प्रतिशत महिला और 60.1 प्रतिशत पुरुष शामिल हुए। इनमें से 75.6 प्रतिशत शहरी और 24.4 प्रतिशत ग्रामीण रहे। सर्वे में सर्वाधिक 45.5 फीसदी मध्यम आय वर्ग और अविवाहित 49.9 फीसदी शामिल रहे।