देहरादून, संवाददाता। 12 नवंबर को देहरादून में भाजपा के परिवर्तन रथ यात्रा के रथ का पूजन होगा। 13 नवंबर को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली होगी और उसके बाद वतानुकूलित परिवर्तन रथ अपने मकसद के लिए सूबे के चक्कर काटने के लिए रवाना हो जाएगा। लेकिन इस बीच एक खबर राजधानी से दूर यमुनोत्री विधानसभा से आ रही है। माना जा रहा है हरीश रावत के करीबी केदार रावत हाथ को छोड़ कमल के साथ जा सकते हैं। हालांकि इस बात को बहुत दावे से नहीं कहा जा सकता लेकिन सियासी चर्चाएं बताती हैं कि देहरादून में 13 तारीख को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह न केवल सभा को संबोधित करेंगे बल्कि कुछ गैर बिरादरों को अपनी जमात में शामिल कर लेंगे। खबर ये भी है कि यमुनोत्री सीट पर अब तक कांग्रेस का बड़ा चेहरा माने जाने वाले और कांग्रेस के पूर्व विधायक केदार सिंह रावत कांग्रेस का हाथ छोड़कर उसी दिन शाह की मौजूदगी में भाजपा का दामन थाम लेंगे। उसकी वजह बताई जा रही है कि सूबे के पीडीएफ कोटे के कैबिनेट मंत्री प्रीतम पंवार यमुनोत्री से अपनी पत्नी के लिए कांग्रेस का टिकट मांग रहे हैं। जबकि खुद उनका इरादा धनोल्टी सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने का है। हालांकि खबर ये भी है कि प्रीतम पंवार धनोल्टी से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे या आजाद या फिर यूकेडी से ही इस पर अभी पत्ते नहीं खुले हैं। माना जा रहा था कि प्रीतम पंवार इस बार यमुनोत्री सीट पर पत्नी के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं जबकि अपने लिए धनोल्टी सीट पर फील्डिंग सजा रहे हैं। होगा क्या ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन चौक चौराहों पर तो चर्चा यही हो रही कि इस बार पति-पत्नी चुनाव में उतरेंगे।