लक्सर के बसेड़ी खादर गांव मैं चल रहा आवास योजना रिश्वतखोरी प्रकरण की जांच शुरू हो गई है। डीएम के आदेश पर डीपीआरओ रमेश चंद त्रिपाठी ने बसेड़ी गांव पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल शुरू की।
प्रधान पर पैसा वसूली और धमकी देने का आरोप
आपको बता दें कि लकसर के बसेड़ी गाँव के 21 लोगों ने डीएम को शपथपत्र युक्त प्राथनपत्र देकर बताया था कि प्रधान पति और परिवार ने उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मुहैया कराने की एवज में तीस-तीस हजार रुपये बतौर सुविधा शुल्क लिए थे लेकिन 3 साल से भी अधिक समय बीत जाने के बावजूद न तो उन्हें आवास मिल सके हैं और न ही उनका पैसा लौटाया गया है. इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए डीपीआरओ रमेशचंद्र त्रिपाठी को जाँच सौपी थी. जाँच अधिकारी ने गाँव पहुँचकर जांच शुरू कर दी है। पहले दिन डीपीआरओ के समक्ष आधा दर्जन से अधिक शिकायतकर्ता ने अपने बयान दर्ज कराएं.
प्रधान ने दी उल्टा गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी-शिकायत कर्ता
शिकायतकर्ताओ का कहना था ग्राम प्रधान पति व उसके परिवार के लोगों ने उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मुहैया कराने के नाम पर 30 हजार रुपये लिए लेकिन न उन्हें आवास मुहैया कराए गए और ना पैसा लौटाया गया है। शिकायतकर्ताओ ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधान व उसके परिवार के लोग उनका पैसा लौटाने के बजाय उन्हें उल्टा गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं।
डीपीआरओ ने बयान दर्ज करने के बाद कहा कि अगर शिकायतकर्ता रिश्वत दिए जाने के मामले में कोई और तथ्य भी प्रस्तुत करना चाहते हैं तो वह सप्ताह भर के भीतर अपने साक्ष्य उनके कार्यालय में प्रस्तुत सकते हैं। उसके बाद वह इस पूरे मामले की जांच कर अग्रिम कार्रवाई करेंगे। डीपीआरओ ने बताया कि मामला गंभीर है और जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी